राजस्थान सरकार (Rajasthan) किसानों के लिए कई ऐसे कदम उठा रही है, जिससे किसानों को ज्यादा से ज्यादा लाभ मिल सके. इसी संदर्भ में सहकारी भूमि विकास बैंकों (Co-operative Land Development Banks) से वन टाइम सेटलमेंट लेने की तारीख को बढ़ा दिया गया है. यानी अब किसान ओटीएस स्कीम (OTS Scheme) का फायदा 30 जून तक ले सकते हैं.
एकमुश्त समझौते स्कीम (One Time Settlement Scheme)
कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, राज्य के सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना ने हाल ही में बताया कि कृषि कर्ज लेने वाले किसान अपने नज़दीकी सहकारी भूमि विकास बैंकों से 30 जून 2022 तक लाभ ले सकते हैं और एकमुश्त समझौते स्कीम का फायदा उठा सकते हैं.
क्या है बैंकिंग में ओटीएस (What is OTS)
ओटीएस योजना एकमुश्त निपटान योजना है, जो महामारी के दौरान बहुत महत्वपूर्ण रही है. इस योजना के माध्यम से, यदि कोई ऋण लेने वाला बैंक को ऋण चुकाने में विफल रहता है, तो उसे 25-85% की छूट मिल सकती है.
वहीं, जिन किसानों ने समय से कर्ज नहीं चुकाया है या वह उसे चुकाने में असमर्थ हैं उनके लिए इस योजना के तहत 50 प्रतिशत की कर्ज रिहायत दी गई है. बता दें कि राज्य सरकार ने अब तक 1946 कर्ज तले दबे किसानों का करीब 12 करोड़ रुपए तक की राहत दी है.
कर्ज चुकाने से मिली रिहायत (Kisan Karjmafi)
राज्य के सहकारिता मंत्री ने बताया कि कोरोना के दौरान किसानों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा था, जिसके चलते छोटे किसान लोन चुका पाने में असमर्थ हो गए थे, इसलिए ओटीएस स्कीम को लागू किया गया था.
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि जिन किसानों की कृषि अवधि 1 जुलाई, 2021 तक खत्म हो गई है वो 30 जून 2022 तक अपनी अवधि के अनुसार कर्ज चुका कर इस योजना का लाभ ले सकते हैं. आसान शब्दों में कहें तो, जिन भी किसानों को लोन के मामले में राहत चाहिए, वो आखिरी जून तक इसमें आवेदन कर लाभ उठा सकता है.
इन परिवारों का हुआ कर्ज माफ़ (Karjmafi List)
मिली जानकारी के मुताबिक, उदयलाल आंजना ने कहा कि जिन किसानों की मृत्यु हो चुकी है या फिर उनका परिवार कर्ज चूका पाने में असमर्थ हैं, उनके लिए राज्य सरकार ने कर्ज माफ़ कर दिया है. इससे किसानों की आगे आने वाली पीढ़ियों पर पैसा बकाया नहीं होगा और वह बोझ से नहीं दबेंगे.
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