National Farmers Day 2024: भारत के पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह की जयंती 23 दिसंबर को राष्ट्रीय किसान दिवस के रूप में मनाई जाती है. यह दिन हमारे किसानों की कड़ी मेहनत, संघर्ष और समर्पण को सम्मानित करने का दिन होता है. भारतीय कृषि क्षेत्र की समृद्धि और किसानों की भलाई के लिए निरंतर काम करने वाली प्रमुख एग्री मीडिया हाउस, कृषि जागरण, इस दिशा में पिछले 28 वर्षों से समर्पित है. कृषि जागरण ने न केवल किसानों के हित में कार्य किए हैं, बल्कि उन्हें जागरूक और सशक्त बनाने के लिए कई पहलें भी की हैं.
हर साल, किसान दिवस के मौके पर कृषि जागरण किसानों के लिए विशेष पहल करता है. इस वर्ष भी कृषि जागरण ने किसानों की बेहतरी के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं. इस संदर्भ में, कृषि जागरण के संस्थापक एवं प्रधान संपादक एम.सी. डोमिनिक ने राष्ट्रीय किसान दिवस पर आयोजित एक विशेष वेबिनार में किसानों से संवाद किया. इस वेबिनार का विषय था: "जलवायु परिवर्तन के प्रभावों से निपटने के लिए किसानों के लिए टिकाऊ कृषि पद्धतियां."
कृषि जागरण की प्राथमिकताएं और पहलें
एम.सी. डोमिनिक ने इस वेबिनार में सभी उपस्थित किसानों को संबोधित करते हुए कहा, "आप सभी प्रगतिशील किसानों का धन्यवाद कि आपने इस चर्चा में भाग लिया. कृषि जागरण पिछले 28 वर्षों से किसानों की भलाई के लिए काम कर रहा है और इस दौरान हमने किसानों के हित में कई प्रमुख पहलें की हैं."
उन्होंने आगे कहा, "मैं खुद एक कृषक परिवार से हूं और किसानों की समस्याओं को बहुत करीब से देखा है. भारतीय किसानों के पास ज्ञान की कमी नहीं है, बल्कि वे उस ज्ञान से वंचित हैं, जो उन्हें हासिल करने का पूरा हक है. कृषि जागरण इस दिशा में निरंतर कार्यरत है." मालूम हो कि कृषि जागरण समय-समय पर किसान मेलों और वेबिनार का आयोजन करता है, जिससे किसानों को नई जानकारियों और उन्नत कृषि पद्धतियों से परिचित कराया जा सके.
एम.सी. डोमिनिक ने वेबिनार के दौरान किसानों से एक नया विचार प्रस्तुत किया, जिसमें उन्होंने कहा कि जैसे डॉक्टर "Dr.", इंजीनियर "Er.", आर्किटेक्ट "Ar." और एडवोकेट "Adv." जैसे पेशेवरों के लिए टाइटल होते हैं, वैसे ही किसानों के लिए "Fmr." (Farmer) का टाइटल होना चाहिए. उनका मानना था कि इससे किसानों को एक अलग और सम्मानजनक पहचान मिलेगी. उन्होंने खुद अपनी नाम के आगे "Fmr." लिखकर इस पहल की शुरुआत की. उनका कहना था, "जब तक किसान एक ब्रांड नहीं बनेंगे, तब तक उन्हें वह सम्मान और मूल्य नहीं मिलेगा, जो उन्हें मिलना चाहिए."
Family Farmer (#FamilyFarmer): एम.सी. डोमिनिक ने एक और विचार साझा किया. उन्होंने कहा कि "फैमिली डॉक्टर" की तरह एक "फैमिली किसान" क्यों नहीं हो सकता? उनका मानना था कि जब लोग यह जानेंगे कि वे जो खा रहे हैं, वह कैसे और कहां उगाया गया है, वह कितना हेल्दी है तो वे जल्दी बीमार नहीं पड़ेंगे. यदि हर परिवार में एक किसान होगा, तो स्वास्थ्य और पोषण संबंधी समस्याएं कम होंगी.
VVIF (Very Very Important Farmer): एक और पहल थी, VVIF, यानी "Very Very Important Farmer" (बहुत बहुत महत्वपूर्ण किसान). इस पहल के तहत उनका मानना था कि जो किसान कृषि क्षेत्र में विशेष योगदान दे रहे हैं, उन्हें सरकारी मीटिंग्स में सम्मान के साथ शामिल किया जाना चाहिए और उनके लिए विशेष स्थान होना चाहिए.
FarmerFirst: उन्होंने कहा हमारी प्राथमिकता किसान हैं. हमारे किसी भी कार्यक्रम में FarmerFirst यानी सबसे पहले किसान संबोधित करते हैं.
GFBN (Global Farmers Business Network): इस पहल के तहत भारतीय किसानों को वैश्विक व्यापारिक साझेदारी का अवसर दिया जाएगा. एम.सी. डोमिनिक ने बताया कि कृषि जागरण MFOI Awards जैसे मंच के माध्यम से विदेशी किसानों को भारत बुलाकर भारतीय किसानों को वैश्विक व्यापारिक साझेदारी का अवसर प्रदान करेगा.
FTB (Farmer the Brand): एम.सी. डोमिनिक ने किसानों को यह सलाह दी कि वे अपने उत्पादों के लिए एक ब्रांड बनाएं. एक ब्रांड बनने से किसान अपनी आमदनी में तेजी से इजाफा कर सकते हैं, क्योंकि ब्रांड बनने से उत्पाद की वैल्यू भी बढ़ती है.
FTJ (Farmer the Journalist): इस पहल के तहत कृषि जागरण ने 2000 से अधिक किसानों को पत्रकारिता की ट्रेनिंग दी है. इस पहल के माध्यम से किसान अपनी आवाज उठाने और अपने विचार प्रकट करने में सक्षम होते हैं.
STAR FARMER SPEAKER: कृषि जागरण की ओर से उन किसानों को एक मंच प्रदान किया जाता है जिन्होंने कृषि क्षेत्र में विशेष सफलता प्राप्त की है. उन्हें कृषि जागरण के MFOI Awards जैसे मंचों पर बोलने का अवसर दिया जाता है.
इस वेबिनार के दौरान राजस्थान के प्रगतिशील किसान लेखराम यादव को "जलवायु परिवर्तन के प्रभावों से निपटने के लिए किसानों के लिए टिकाऊ कृषि पद्धतियां" विषय पर बोलने का अवसर दिया गया. लेखराम यादव ने जलवायु परिवर्तन के मुद्दे को ध्यान में रखते हुए अपनी कृषि पद्धतियों के बारे में बताया. उन्होंने बताया कि वह ताराचंद बेलजी तकनीक (TCBT) का उपयोग करते हुए 1150 एकड़ जमीन पर जैविक खेती कर रहे हैं.
उन्होंने इस वेबिनार में ऊर्जा, पंचमहाभूतों और वृक्षायुर्वेद फार्मूलों का उपयोग कर जैविक खेती करने की प्रक्रिया को समझाया. उनका कहना था कि इन तकनीकों से न केवल जलवायु परिवर्तन से निपटा जा सकता है, बल्कि किसानों की उपज में भी सुधार हो सकता है.
कृषि जागरण की प्रबंध निदेशक शाइनी डोमिनिक ने भी इस वेबिनार में हिस्सा लिया और महिला किसानों के योगदान की सराहना की. उन्होंने कहा कि उन्हें इस बात की खुशी है कि इस कार्यक्रम में महिला किसान भी जुड़ी हैं और कंधे से कंधा मिलाकर खेती किसानी में आगे बढ़ रही हैं. उन्होंने यह भी बताया कि MFOI Awards 2024 में रिचेस्ट फार्मर ऑफ इंडिया का ताज एक महिला किसान के सिर सजा है, जो इस बदलाव का प्रतीक है.
शाइनी डोमिनिक ने आगे कहा, "आप सभी भाग्यशाली हैं कि आप कृषि करने के साथ-साथ प्रकृति की गोदी में रहते हैं. जो खुशी आप अपने लहलहाते फसलों और नदियों को देखकर महसूस करते हैं, वह खुशी शहरों में कभी नहीं मिल सकती. इस ख़ुशी को मैं अच्छे से महसूस कर सकती हूं क्योंकि मेरा बचपन भी इसी तरह के परिवेश में गुजरा है." आगे किसानों से यह अपील करते हुए उन्होंने अपने संबोधन को विराम दिया कि आगे की चर्चा में मैं आपलोगों से खेती किसानी के बारे में सुनना चाहती हूं...
इसके बाद मिलन सिंह विश्वकर्मा, लाख किसान, छत्तीसगढ़, सुधांशु कुमार, बागवानी किसान, बिहार, दरवेश पटर, संरक्षित खेती, हरियाणा, अश्विनी सिंह चौहान, नवोन्मेषी किसान, म.प्र., सत्यवान, मिश्रित खेती, दिल्ली, डॉ. विनय सांगवान, डेयरी किसान, हरियाणा, विपिन मिश्रा, प्राकृतिक खेती, यूपी, नूतन, मूली किसान, यूपी, और मुजफ्फर कमाल सबा, मछली पालक, बिहार आदि प्रगतिशील किसानों ने 'जलवायु परिवर्तन के प्रभावों से निपटने के लिए किसानों के लिए टिकाऊ कृषि पद्धतियां' विषय पर अपना विचार रखा.
किसान दिवस पर विशेष संबोधन और आभार
वेबिनार के अंत में, कृषि जागरण के संस्थापक एवं प्रधान संपादक एम.सी. डोमिनिक और प्रबंध निदेशक शाइनी डोमिनिक ने उपस्थित सभी किसानों को धन्यवाद दिया और उन्हें कृषि क्षेत्र में और आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया. उन्होंने इस अवसर पर किसानों से अनुरोध किया कि वे इन पहलों को अपनाएं और अपनी खेती और जीवनशैली को और बेहतर बनाएं.
नोट: इस वेबिनार को देखने के लिए फेसबुक के इस लिंक पर क्लिक करें.
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