अभी हाल ही में केंद्र सरकार ने अपना केंद्रीय बजट 2020-21 पेश किया है. इस बजट में मोदी सरकार ने किसानों को राहत देने के लिए कई बड़े कदम उठाया है. अब इसी क्रम में खेती-किसानी और पशुपालन के लिए दी जाने वाली लोन को सिर्फ 4 प्रतिशत ब्याज दर पर पैसा देने के लिए जो किसान क्रेडिट कार्ड (KCC-Kisan Credit Card) बनता है, उसे बनवाने के लिए लगने वाली सारी प्रोसेसिंग शुल्क, इंस्पेक्शन और लेजर फोलियो चार्ज को खत्म कर दिया गया है. ऐसे में अब अगर कोई बैंक अब भी किसी किसान से ये चार्ज वसूलता है तो उस पर कार्रवाई हो सकती है. इसमें 3 लाख रुपये तक का लोन मिलता है. पहले बिना गारंटी के 1 लाख का लोन मिलता था जिसे अब बढ़ाकर 1.60 लाख रुपए कर दिया गया है.
किसान क्रेडिट कार्ड ऋण के लिए पात्रता क्या है?
न्यूनतम आयु - 18 वर्ष
अधिकतम आयु - 75 वर्ष
यदि ऋण लेने वाला व्यक्ति एक वरिष्ठ नागरिक (60 वर्ष से अधिक आयु) है, तो उसके साथ एक सह-उधारकर्ता अनिवार्य है. सह-उधारकर्ता को कानूनी रूप से जमीन का उत्तराधिकारी होना चाहिए.
सभी किसान - व्यक्ति या संयुक्त किसान
किसान क्रेडिट कार्ड ऋण के लिए कौन से दस्तावेज आवश्यक हैं?
किसी व्यक्ति को आवेदन भरते समय निम्नलिखित दस्तावेज जमा करने होंगे:-
आवेदन पत्र में ठीक से भरा हुआ
पहचान प्रमाण जैसे वोटर आईडी कार्ड, पैन कार्ड, पासपोर्ट, आधार कार्ड और ड्राइविंग लाइसेंस, आदि.
एड्रेस प्रूफ जैसे वोटर आईडी कार्ड, पासपोर्ट, आधार कार्ड और ड्राइविंग लाइसेंस आदि.
जमीन के दस्तावेज
क्रेडिट कार्ड
कैसे 4 फीसदी की दर से मिलता है कृषि लोन
खेती- बाड़ी के लिए ब्याज दर वैसे तो 9 प्रतिशत है. लेकिन सरकार इसमें 2 प्रतिशत की सब्सिडी देती है. इस तरह यह 7 प्रतिशत पड़ता है. लेकिन समय पर लौटा देने पर 3 फीसदी और छूट मिल जाती है. इस तरह इसकी दर उन किसानों के लिए मात्र 4 फीसदी रह जाती है जो समय से अपना लोन जमा कर देते हैं. इसलिए किसानों भाइयों अगर आपको खेती-किसानी के लिए लोन लेनी हो तो बैंक जाईए और किसान क्रेडिट कार्ड बनवाईए. आपको 3 लाख रुपये तक का लोन आसानी से मिल जाएगा.
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