अब भारत के खिलाफ नापाक इरादों को अंजाम देना पाकिस्तान के लिए आसान नहीं होगा और चीन घूसपैठ से पहले सौ बार सोचेगा. अब सीमा के चप्पे-चप्पे पर हो रही प्रत्येक गतीविधि को भारत अंतरिक्ष से ही देखकर असफल कर देगा. दरअसल भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने एक बार फिर देश को गौरवान्वित करते हुए श्रीहरिकोटा से इतिहास रच दिया है. इसरो ने आज पीएसएलवी-सी 46 द्वारा रडार इमेजिंग अर्थ सैटेलाइट (रिसैट-2बी) सफलतापूर्वक लांच कर दिया है।
इसके बारे में बताते हुए इसरो ने कहा कि देश की सुरक्षा को और मजबूत करने के लिए पीएसएलवी रॉकेट ने रिसैट-2बी को लेकर सुबह 5.27 मिनट पर उड़ान भरी। सैटेलाइट का सफल लांच होना देश की सुरक्षा में अहम योगदान है. इसरो ने बताया कि यह सैटेलाइट अंतरिक्ष से ही दुश्मनों की प्रत्येक गतिविधि पर नज़र रखेगा एवं देश के लिए आंखों का का काम करेगा. इससे जहां एक तरफ हम सीमा पर हो रही गतिविधियों को देख सकेंगें वहीं भारतीय सुरक्षा बलों को भी सीमा पर निगरानी रखने में आसानी होगी. इतना ही नहीं इस सैटेलाइट की मदद से हम पाकिस्तान में बने आतंकी शिविरों की गतिविधियों पर नजर रख सकतें हैं.
गौरतलब है कि इस उपग्रह का भार 615 किलोग्राम बताया जा रहा है और इसे प्रक्षेपण के 15 मिनट बाद पृथ्वी की कक्षा में छोड़ा जाना है। इस उपग्रह को खुफिया निगरानी, कृषि, वन और आपदा प्रबंधन सहयोग के कामों में लाया जा सकता है.
इस बारें में इसरो के चेयरमैन डॉक्टर के. सिवान ने कहा कि आरआईसैट-2बी के बाद, इसरो चंद्रयान-2 पर लगेगा जिसका नौ से 16 जुलाई के बीच प्रक्षेपण का कार्यक्रम तय हुआ है। उन्होंने कहा, ‘‘हम सभी उस मिशन को लेकर बहुत उत्सुक हैं.
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