क्या खाएं और क्या न खाएं..? यह सबसे बड़ा सवाल आज सबके सामने आकर खड़ा हो गया है क्योंकि आए दिन कोई न कोई उत्पाद सेहत के लिए हानिकारक सिद्ध हो रहा है। फिर चाहे वह बिस्किट हो या टॉफ़ी, चॉकलेट हो या पेय पदार्थ, मैगी हो या नूडल्स हर एक उत्पाद में किसी न किसी हानिकारक रसायन की मिलावट की खबरे सामने आ रही हैं। यहां तक कि अब आइसक्रीम को भी शक की निगाह से देखा जा रहा है जिसे हम बड़े चाव से ललचाए मन से स्वाद ले लेकर खाते हैं।
अमूमन देखने में आता है कि जब भी जी ललचाता है तो हम आइसक्रीम खाने के लिए दौड़ पड़ते हैं। खासतौर से सर्दी के मौसम में आइसक्रीम खाने का अपना अलग ही मजा है लेकिन क्या वाकई में आइसक्रीम खाने से हमारी सेहत पर कोई दुष्प्रभाव नहीं पड़ता? यह एक गहन चिंतन का विषय है। हाल ही में हुए एक शोध में ताजा खुलासा हुआ है कि स्वास्थ्य के लिए आइसक्रीम बेहद खतरनाक साबित हो सकती है। केवल स्थानीय कंपनियां ही नहीं कई बड़ी-बड़ी और बहुराष्ट्रीय कंपनियों के उत्पाद भी इसी श्रेणी में आ सकते हैं। कारण है कि कुछ बड़ी कंपनियों ने अपने उत्पाद तैयार करने के लिए जीन परिवर्तित (जेनेटिकली माडिफाइड) यानी जीएम खाद्य वस्तुओं का प्रयोग करने से साफ तौर पर मना नहीं किया है। ग्रीनपीस द्वारा जारी जीएम मुक्त खाद्यान्न नाम से दिशा निर्देश संबंधी किताब में इसका खुलासा किया गया है। बीटी खाद्यान्न लोगों की सेहत पर क्या प्रभाव डालते हैं इसका अभी कोई परीक्षण मौजूद नहीं है। जीएम खाद्यान्नों के संबंध में चूहों पर प्रयोगशाला में किए गए परीक्षणों से एलर्जी, लीवर और किडनी पर दुष्प्रभाव के प्रमाण सामने आए हैं।
इस रिपोर्ट में हरे, लाल व पीले रंग की तीन सूचियां तैयार की गई हैं। हालांकि देश में जीन परिवर्तित खाद्य पदार्थों का उत्पादन, प्रयोग और आयात करने पर प्रतिबंध है फिर भी कई बड़ी कंपनियों ने भविष्य में अपने उत्पादों में जीएम खाद्यों का प्रयोग करने से स्पष्ट इंकार नहीं किया है। यह वे कंपनियां हैं जिन्हें लाल सूची में रखा गया है। ब्रिटानिया, सफल, हिंदुस्तान लीवर, नेस्ले, कैलाग्ज, कैडबरीज, एग्रोटेक फूड्स, फील्ड फ्रेश और गोदरेज की हर्शीग फूड्स को इसी सूची में रखा गया है। इसमें भी आइसक्रीम का उल्लेख विशेष रूप से किया गया है। यह कुछ नामी कंपनियां हैं जो बड़े स्तर पर बिस्किट, आइसक्रीम, टाफी-गोली, चाकलेट, दुग्ध उत्पाद और अन्य खाद्य पदार्थों का उत्पादन कर बेचती हैं। ग्रीनपीस के अनुसार जीन संवर्धित उत्पाद स्वास्थ्य की दृष्टि से खतरनाक होते हैं।
गाइड को ऐसे करें इस्तेमाल
इस गाइड को शापर्स गाइड नाम दिया गया है जिसमें अधिकांश कंपनियों को तीन खंडों में बांटा गया है। हरा, पीला और लाल।
लाल: इसमें वे ब्रांड शामिल हैं जिनपर विश्वास नहीं किया जा सकता।
पीला: इसमें वे ब्रांड शामिल हैं जिनपर उपभोक्ताओं की नजर है।
हरा: इसमें वे ब्रांड शामिल हैं जो पूरी तरह से विश्वसनीय हंै।
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