गेहूं (Wheat) खरीद को लेकर सरकार ने एक अहम फैसला लिया है. दरअसल, वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल (Commerce Minister Piyush Goyal) ने घोषणा की है कि भारत इस साल मिस्र को गेहूं निर्यात (Wheat Export to Egypt) करेगा.
मिस्र (Egypt) दुनिया के सबसे बड़े गेहूं आयातकों में से एक है. ऐसे में कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (APEDA) के अध्यक्ष एम. अंगमुथु ने कहा कि उनका लक्ष्य इस साल मिस्र को 30 लाख टन गेहूं निर्यात (Wheat Export) करने का है.
मिस्र में गेहूं निर्यात को मिली मंजूरी (Wheat export approved in Egypt)
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने ट्वीट कर कहा कि “भारतीय किसान दुनिया को अनाज (Grain) खिला रहे हैं. मिस्र ने भारत को गेहूं आपूर्तिकर्ता के रूप में मंजूरी दे दी है. स्थिर खाद्य आपूर्ति (Stable Food Supply) के लिए विश्व एक विश्वसनीय वैकल्पिक स्रोतों की तलाश कर रहा है. ऐसे में हमारे किसानों ने सुनिश्चित किया है कि हमारे अन्न भंडार से हम दुनिया की सेवा के लिए तैयार हैं.”
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि मिस्र के कृषि और भूमि सुधार मंत्रालय (Ministry of Agriculture and Land Reforms) द्वारा जारी बयान के अनुसार, मिस्र के कृषि मंत्रालय का प्रतिनिधिमंडल भारत की यात्रा पर है. जिसके तहत, प्रतिनिधिमंडल ने भारत में मिस्र के कृषि निर्यात (Egyptian agricultural exports to India) की आवाजाही को सुविधाजनक बनाने सहित पक्षों के बीच सहयोग को मजबूत करने की संभावना पर भी चर्चा की.
भारत में गेहूं उत्पादन वाले राज्य (Wheat producing states in India)
भारत सालाना लगभग 107.59 मीट्रिक टन गेहूं का उत्पादन (Wheat Production) करता है. जिसमें से इसका एक बड़ा हिस्सा घरेलू खपत में चला जाता है. उत्तर प्रदेश भारत में प्रमुख गेहूं उत्पादक राज्य है. इसके बाद पंजाब, हरियाणा, मध्य प्रदेश, राजस्थान, बिहार और गुजरात का स्थान है.
भारत का गेहूं निर्यात मुख्य रूप से पड़ोसी देशों को होता है, जिसमें 2020-21 में मात्रा और मूल्य दोनों के लिहाज से बांग्लादेश की सबसे बड़ी हिस्सेदारी 54 प्रतिशत से अधिक है.
भारत किन देशों को करता है गेहूं निर्यात (To which countries does India export wheat)
वहीं भारत से गेहूं आयात करने वाले शीर्ष दस देश बांग्लादेश, नेपाल, संयुक्त अरब अमीरात, श्रीलंका, यमन, अफगानिस्तान, कतर, इंडोनेशिया, ओमान और मलेशिया हैं.
ध्यान देने वाली बात यह है कि रूस-यूक्रेन संकट के बीच मिस्र (Egypt) एक वैकल्पिक संसाधन से गेहूं को सुरक्षित करने की मांग कर रहा है. इससे पहले 2020 में, रूस और यूक्रेन से मिस्र का गेहूं का आयात 1.8 बिलियन डॉलर और 610.8 मिलियन डॉलर था.
वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के अनुसार, भारत ने पिछले तीन वर्षों में 2352.22 मिलियन अमरीकी डॉलर का गेहूं निर्यात किया है, जिसमें चालू वित्त वर्ष 2021-22 के पहले दस महीने शामिल हैं. 2019-20 में गेहूं का निर्यात 2020-21 में बढ़कर 549.67 मिलियन अमेरिकी डॉलर हो गया, जो पहले 61.84 मिलियन अमेरिकी डॉलर था.
इसके अलावा, भारत के गेहूं के निर्यात में अप्रैल-जनवरी 2021-22 के दौरान 1742 मिलियन अमरीकी डालर की भारी वृद्धि दर्ज की गई, जो 2020-21 में इसी अवधि की तुलना में 387 प्रतिशत बढ़कर 340.17 मिलियन अमरीकी डॉलर को छू लिया है.
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