भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (आईसीएआर) द्वारा आयोजित कृषि उन्नति मेला 2018 का आयोजन 16 से 18 मार्च के दौरान पूसा में किया जायेगा। पहले मेले का आयोजन 9 से 11 मार्च करने की योजना थी। कृषि उन्नति मेले का आयोजन कृषि व किसान कल्याण मंत्रालय तथा आईसीएआर द्वारा संयुक्त रूप से किया जा रहा है।
संयुक्त निदेशक (प्रसार) डॉ. जे पी शर्मा ने बताया कि अप्रत्याशित कारण से कृषि मेले के आयोजन की तिथि में बदलाव किया गया है। उन्होंने बताया कि पहले मेले का आयोजन 9 से 11 मार्च को करना तय हुआ था लेकिन अब इसक आयोजन 16 से 18 मार्च के दौरान किया जायेगा।
उन्होंने बताया कि तीन दिवसीय कृषि उन्नति मेला में देश के विभिन्न हिस्सों से हजारों की संख्या में प्रगतिशील किसानों के जुटने की उम्मीद है। मेले में न सिर्फ भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान बल्कि राज्य कृषि विश्वविद्यालयों, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के संस्थानों, सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों, गैर सरकारी संगठनों के लोग हिस्सा लेंगे। संबंधित संस्थाओं एवं संगठनों के स्टॉल पर उनके उत्पादों की प्रदर्शनी लगेगी।
मेले में मिट्टी एवं पानी की मुफ्त जांच का लाभ भी किसान उठा पाएंगे। फसलों की क़िस्मों, फसलों की अवधि, फसलों को पानी, उर्वरक और कीटनाशक इत्यादि की आवश्यकता आदि ऐसे विषय हैं जिन पर कृषि वैज्ञानिक लगातार काम कर रहे हैं। लेकिन इस पर और अधिक ध्यान केन्द्रित करने की ज़रूरत है। कृषि उन्नति मेलों के माध्यम से किसानों की प्रतिक्रिया पर आधारित योजनाएँ तैयार करना आसान होता है। देश के कई किसान भी अनुभव और उपलब्ध संसाधनों के आधार पर नई तकनीकि विकसित कर रहे हैं। ऐसे किसानों के विचारों से देश के अन्य किसानों को अवगत कराने के लिए भी कृषि उन्नति मेला महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
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