कोरोना वायरस के संकट के चलते हरियाणा सरकार ने एक अहम फैसला किया है. अब खाकी राशन कार्डधारकों को भी मुफ़्त राशन की सुविधा दी जाएगी. बता दें कि अभी तक गुलाबी और पीले कार्डधारकों को मुफ़्त राशन मिल रहा है. लॉकडाउन की स्थिति में जनता को कई परेशानी न हो, इसलिए केंद्र और राज्य सरकार ने एकसाथ मिलकर 1 अप्रैल से खाकी राशन कार्डधारकों को भी मुफ़्त में राशन देने का फैसला किया है.
27 लाख से अधिक लाभार्थी
सरकार के इस फैसले पर लगभग 48 करोड़ रुपए का खर्च होगा, जिससे 3 श्रेणियों के लगभग 27 लाख से अधिक लोगों को लाभ मिलेगा. सरकार का लक्ष्य है कि इन सभी परिवारों को 5 अप्रैल तक राशन बांट दिया जाए. बता दें कि सरकार ने मजदूरों का पलायन रोकने के लिए यह अहम फैसला लिया है. हर जिले के लिए 1-1 करोड़ रुपए देने पर मुहर लगाई है, जो कि जिले के डीसी को दी जा चुकी है.
कृषि और उद्योग की रीड़ की हड्डी हैं बाहरी मजदूर
सरकार का मानना है कि राज्य में कृषि और उद्योग की रीड़ की हड्डी बाहरी मजदूर हैं, ऐसी स्थिति में उन्हें हर सुविधाएं मिलनी चाहिए. खास बात है कि जहां मजदूरों को खाना नहीं पहुंच पाएगा, वहां रोडवेज की बसें सीटें हटाकर मोबाइल मार्केट के तौर पर उपयोग में लाया जाएगा. इसके साथ ही ग्राम पंचायतों को सैनेटाइज़ किया जाएगा. बिना बजट वाली पंचायतों को 20 हजार रुपए दिए जाएंगे.
इन विषय पर हुई चर्चा
राज्य में कई पंचायतों ने गांव में सैनेटाइज़ेशन करवाया है, जो एक बहुत सराहनीय काम है.
हरियाणा में 1 हजार पंचायतें ऐसी हैं, जिनका कोई बजट नहीं रखा जाता है.
गांव को इंडस्ट्री डिपार्टमेंट के साथ मिलकर सैनेटाइज़ किया जाएगा.
सरकार मजदूरों तक हर ज़रूरत का सामान पहुंचाएगी.
उद्यमियों का निर्देश दिया गया है कि सभी मजदूरों के खाते में वेतन भेजा जाए.
आपको बता दें कि हरियाणा सीएम मनोहर लाल ने मंत्रिमंडल बैठक की, जिसमें कोरोना वायरस को लेकर कई अहम मुद्दों पर चर्चा की गई. सरकार का कहना है कि बेघर लोगों और बाहरी मजदूरों को भोजन और आश्रय की पूरी सुविधा दी जाएगी. इसके लिए लगभग 467 राहत शिविर लगाए जाएंगे.
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