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ऑनलाइन राष्ट्रीय कृषि बाजार से जुड़ी हरियाणा 54 मंडिया

देश में किसानों की आय बढ़ाने के अलग-अलग प्रयास किए जा रहे हैं. किसान समिति के अध्यक्ष ने कहा कि किसानों के द्वारा पैदा की गई उपज को लागत से 1.5 गुणा दिलाने के लिए ऑनलाइन राष्ट्रीय कृषि बाजार (इ-नाम) जैसे मंच प्रदान करने जैसे निर्णय लिए गए हैं.

देश में किसानों की आय बढ़ाने के अलग-अलग प्रयास किए जा रहे हैं. किसान समिति के अध्यक्ष ने कहा कि किसानों के द्वारा पैदा की गई उपज को लागत से 1.5 गुणा दिलाने के लिए ऑनलाइन राष्ट्रीय कृषि बाजार (इ-नाम) जैसे मंच प्रदान करने जैसे निर्णय लिए गए हैं. दलवई ने कहा कि हरियाणा के 54 मंडियों को इ-नाम से जोड़ा गया है. गुरुवार को गुरुग्राम में

गुरुवार को गुरुग्राम में विश्व संघ में उन्होंने कहा कि दो साल पहले देश में ई-नाम लागू किया गया था ताकि किसानों को उनके उत्पादन को किसी भी  मंडी में प्रतिस्पर्धी कीमतों पर बेचने में सक्षम बनाया जा सके.  यह सफल साबित हुआ  क्योंकि इस मंच के माध्यम से अब तक 50,000 करोड़ से ज्यादा का कारोबार किया गया है.

श्री दलवाई ने कहा कि 1.1 9 करोड़ से अधिक किसान, 1.18 लाख व्यापारियों, 66,000 से अधिक कमीशन एजेंट और 20 राज्यों के 383 किसान उत्पादक संगठन ई-नाम मंच से जुड़े हुए थे. ई-नाम मंच पर 585 मंडी और 90 वस्तुएं पंजीकृत हैं. उन्होंने यह भी कहा कि हरियाणा में 54 मंडियों को ई-नाम से जोड़ा गया है.

श्री दलवाई ने कहा कि 1.1 9 करोड़ से अधिक किसान, 1.18 लाख व्यापारियों, 66,000 से अधिक कमीशन एजेंट और 20 राज्यों के 383 किसान उत्पादक संगठन ई-नाम मंच से जुड़े हुए थे. ई-नाम मंच पर 585 मंडी और 90 वस्तुएं पंजीकृत हैं. उन्होंने यह भी कहा कि हरियाणा में 54 मंडियों को ई-नाम से जोड़ा गया है.

सीईओ, शीत श्रृंखला विकास के लिए राष्ट्रीय केंद्र, पवन कोहली ने कहा कि देश में ठंड भंडारण इकाइयों को बढ़ावा देने के लिए, नियमों को सरल बनाने और सब्सिडी देने के लिए व्यवस्था की जा रही है.

मनीशा शर्मा, कृषि जागरण

English Summary: Haryana 54 Mandiya associated with online National Agricultural Market Published on: 18 October 2018, 05:01 PM IST

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