देश के लगभग सभी राज्यों में गन्ना खरीद की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है. सभी सरकारें गन्ना खरीद के बाद किसानों को उपज का समय पर भुगतान कराने के लिए प्रतिबद्ध हैं. इसी सिलसिले में प्रदेश सरकारे नए-नए प्रयोग कर रही हैं, साथ ही भुगतान का कार्य सही से हो इसके लिए कई ठोस कदम उठा रही है. इस कड़ी में उत्तरप्रदेश सरकार के गन्ना विभाग ने किसानों के लिए गाइडलाइंस जारी की हैं. जारी गाइडलाइन के मुताबिक किसानों को जल्द से जल्द सरकारी आदेश का पालन करना होगा, वरना उनकी गन्ना पर्ची निरस्त हो सकती है.
जारी आदेश में बताया गया है कि गन्ना की एसएमएस पर्ची प्राप्त करने के लिए किसान अपने रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर की जांच करवा लें. अधिकारियों ने बताया कि किसानों को SMS के जरिए गन्ना पर्ची भेजी जाएंगी. अगर मोबाइल फोन ऑफ रहता है, या नेटवर्क के बाहर रहता है तो गन्ना पर्चा का मैसेज अगले 24 घंटे में अपने आप कैंसिल हो जाएगा. ऐसे में सरकार ने गन्ना किसानों से अपील की है कि वह रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर की जांच करवा लें.
बता दें कि उत्तरप्रदेश गन्ना का सबसे अधिक उत्पादन करने वाला राज्य है. कुल गन्ना उत्पादन का 51 प्रतिशत गन्ना और 38 प्रतिशत चीनी का उत्पादन अकेले यूपी में ही होता है. देश की 520 चीनी मिलों में से 119 यूपी में है. जिनमें राज्य के लाखों किसान अपना गन्ना उपलब्ध कराते हैं. ऐसे में उत्तप्रदेश की सरकार किसानों की गन्ना खरीद और भुगतान का खास ख्याल रखती है. इसी कड़ी में सरकार ने यह नई गाइडलाइन जारी की है.
उत्तप्रदेश सरकार के गन्ना विभाग के अधिकारियों ने बताया कि कई बार पंजीकरण करते समय किसान गलत नंबर दर्ज कर देते हैं, कुछ किसान रजिस्टर्ड नंबर ही बदल लेते हैं. ऐसे में गन्ना विभाग की तरफ से एसएमएस पर्ची मिलने में दिक्कत होती है. कई बार एसएमएस का इनबॉक्स फुल रहने पर भी पर्ची रद्द हो जाती है. ऐसे में किसान सुनिश्चित कर लें कि उन्होंने सही नंबर अपडेट करवाया हो. साथ ही गन्ना विभाग ने गाइडलाइन जारी की हैं कि किसान भाई गन्ना पर्ची न मिलने तक नेटवर्क कवरेज एरिया में रहें, ताकि मैसेज सही समय पर पहुंच सके.
परेशानी आने पर यहां संपर्क करें
गन्ना उत्पादक किसानभाई जो अपना नंबर अपडेट करवाना चाहते हैं. उनकी मदद के लिए यूपी गन्ना विभाग ने एक हेल्पनाइन नंबर जारी किया है. इच्छुक किसान हेल्पलाइन नंबर 1800-121-3203 पर भी कॉल कर जानकारी ले सकते हैं.
इसके अलावा मोबाइल नंबर की जांच करने या अपडेट करने में कोई समस्या आने पर किसान गन्ना पर्यवेक्षक या समिति सचिव से संपर्क कर सकते हैं.
ये भी पढ़ें: किसान लाभ कमाने के लिए गन्ने का करें सही इस्तेमाल, यह रही नई तकनीक की मशीनें, जानें इनकी कीमत
विभागीय अधिकारियों ने जानकारी देते हुए बताया कि यदि किसान का नंबर गलत है या नया नंबर जारी हुआ है, तो वह तुरंत अपने गन्ना पर्यवेक्षक को इसकी जानकारी दें और समिति सचिव से बातचीत कर सही नंबर अपडेट करवा लें.
बता दें कि विभाग की ओर से किसानों को एसएमएस के जरिए गन्ना पर्ची भेजने का काम शुरु हो गया है. ऐसे में किसान अपना मोबाइल चेक करते रहें.
Share your comments