उत्तर प्रदेश सरकार एक बार फिर राज्य के मजदूरों के लिए खुशखबरी लेकर आई है. इस बार यह खुशखबरी खेतीहारी मजदूरों के लिए है. बता दें कि सरकार ने खेतीहारी मजदूरों की दिहाड़ी तय कर दी है. अब उन्हें अपने काम के रोजाना न्यूनतम 213 रुपए मिलेंगे.
हालांकि इससे अधिक भुगतान भी किया जा सकता है मगर इससे कम नहीं. इसे लेकर राज्य सरकार द्वारा नोटिफिकेशन भी जारी किया गया है. अब देखें तो खेतीहारी मजदूरों को 1 महीने में 30 दिन काम करने पर 6390 रुपए मिलेंगे.
उत्तर प्रदेश श्रम विभाग की ओर से निर्देश जारी किए गए हैं कि बड़ें किसान व कृषि फर्म मजदूरों का भुगतान उनकी सहमति से ही करें. जितनी राशि तय की गई है उतनी या उससे अधिक का भुगतान करना अनिवार्य है. क्योंकि कई बार मजदूरों की तरफ से शिकायत दर्ज की जाती है कि उन्हें काम के हिसाब से पैसा नहीं मिलता है. जिसको देखते हुए अब सरकार ने मजदूरों की न्यूनतम दिहाड़ी तय कर दी है.
इन क्षेत्र में काम रहे मजदूरों को मिलेगा फायदा
कृषि एक व्यापक क्षेत्र है जहां पर हर काम के लिए श्रम की आवश्यता पड़ती है. हालांकि अब मशीनों के आने से श्रम का काम थोड़ा कम जरूर हुआ है. लेकिन अभी भी मशीनों को हर जगह उपयोग में नहीं लाया जा सकता, जिसके लिए खेतीहारी मजदूरों का ही सहारा लिया जाता है. इसमें खेत जोतना, फसल काटना, फसल की देखभाल , फसल उगाना, रोपाई, सिंचाई आदि काम शामिल हैं. सरकार द्वारा यह न्यूनतम दिहाड़ी मधुमक्खी पालन, होर्टिकल्चर, मुर्गी पालन और मिल्क प्रोडक्शन के लिए भी तय की गई है.
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सरकार द्वारा उठाए गए इस कदम से खेतीहारी मजदूरों को काफी राहत मिली है. क्योंकि खेतीहारी मजदूरों का आर्थिक रुप से शोषण किया जाता है. इतना ही नहीं कभी-कभी मजदूरों को बिना पैमेंट के ही घर भेज दिया जाता है. लेकिन अब खेतीहारी मजदूरों को इससे काफी मदद मिलेगी.
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