हरियाणा के कुरुक्षेत्र जिले की शाहाबाद चीनी मिल न चलने के कारण वहां के किसानों में काफी गुस्सा देखने को मिल रहा है. किसानों ने सरकार से जल्द मिल को चालू कराने की मांग की है. मांग ना माने जाने की दशा में किसानों ने धरना प्रदर्शन करने की बात कही है. पिछले दिनों मिल के समीप किसानों ने एकजुट होकर विरोध प्रदर्शन किया और सरकार को मिल शुरू कराने के लिए एक हफ्ते का अल्टीमेटम दिया है.
देश भर में गन्ना किसानों की दुर्दशा की ख़बरें थमने का नाम नहीं ले रही हैं. ना तो उन्हें गन्ने का उचित दाम मिल पा रहा है और ना ही पुराने बकाया का भुगतान किया जा रहा है. ऐसे में चीनी मिलों की उदासीनता उनकी रही सही कसर भी पूरी कर देती है. ताजा मामला हरियाणा के कुरुक्षेत्र के शाहाबाद क्षेत्र का है. यहाँ गन्ने की फसल कटकर खेतों में पड़ी है लेकिन अभी तक स्थानीय मिल में पेराई का कार्य शुरू नहीं हो पाया है. फसल की बर्बादी से गुस्साए किसानों ने मंगलवार को एकजुट होकर मिल के सामने प्रदर्शन किया. किसानों का कहना है कि मिल शुरू होने में पहले ही देरी हो चुकी है. नई फसल की बुबाई पर भी इसका असर पड़ रहा है. इस बाबत हमने पहले ही सहकारी समिति को अवगत करा दिया था. जवाब में उन्हें 13 नवंबर से मिल चालू होने का आश्वासन मिला था. लेकिन अब तक मिल में काम शुरू नहीं हो सका है.
किसानों ने कहा है कि सरकार आँखें मूंदे बैठी है. गन्ने के किसानों के लिए अभी तक सरकार की तरफ से कोई कदम नहीं उठाया गया है. अगर ऐसा ही चलता रहा तो वह जल्द ही प्रदर्शन पर उतरेंगे.
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मनीशा शर्मा, कृषि जागरण
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