कृषि उत्पाद बेचने व किसानों को एक मंच प्रदान करने के लिए सरकार ने एक पोर्टल, ई-राकॉम का शुभारंभ किया। यह पोर्टल सरकारी चालित नीलामी एमएसटीसी और सेंट्रल वेयरहाउसिंग कॉरपोरेशन के हाथ सीआरडब्ल्यूसी द्वारा एक संयुक्त पहल है।
उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्री रामविलास पासवान ने इस्पात मंत्री चौधरी बिरेंद्र सिंह के साथ पोर्टल की शुरूआत करते हुए कहा कि इस पोर्टल के माध्यम से पहले चरण में 20 लाख टन दालों की नीलामी करने का प्रयास होगा। उन्होंने कहा कि हमें दालों की नीलामी शुरू करना चाहिए क्योंकि हमारे पास दाल बहुतायत में है। गोदाम में 20 लाख टन दालें बेकार हैं जिसका अभी भी कोई खरीदार नहीं है। ई-राकम हमें और किसानों को बेहद मदद करेंगा। उन्होंने कहा कि प्रारंभिक बाधाएं वहां होंगी क्योंकि अधिकांश किसान अशिक्षित हैं और खराब स्थिति में हैं। इस्पात मंत्री सिंह ने कहा, "हमारा लक्ष्य कृषि उन्मुख भारतीय अर्थव्यवस्था और किसानों को मजबूत करना है, जो राष्ट्रीय विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। मैं ई-राकॉम के शुभारंभ के लिए सभी को बधाई देता हूं।" ई-राकॉम एक ऐसा पहला पहल है, जो इंटरनेट के माध्यम से दुनिया के सबसे बड़े बाजारों में सबसे छोटे गांवों के किसानों और ई-राकॉम केंद्रों से जुड़ने के लिए तकनीक का इस्तेमाल करता है।
आपको बताता चलूं की ई-राकम एक डिजिटल पहल है जो कि कृषि उत्पादों की बिक्री और खरीदारी प्रक्रिया को कम करने के लिए किसानों को एक मंच प्रदान करेगा। ई-राकम, किसानों, एफपीओ, पीएसयू, नागरिक आपूर्ति और खरीदारों को एक साथ लाने का प्रयास कर रही है। इस पहल के तहत ई-राकॉम से सभी कृषि केंद्रों को पूरे देश में चरणबद्ध तरीके से विकसित किया जा रहा है जिससे किसानों को उनके उपज की ऑनलाइन बिक्री की सुविधा मिल सके। किसानों को ई-पेमेंट के माध्यम से सीधे अपने बैंक खातों में भुगतान किया जाएगा।
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