प्याज़ और किसान का नाता चोली दामन का सा है. लंच टाइम में वह रोटी के साथ प्याज़ को दबा कर रोटी की हर एक गिरही के साथ खाता है. स्वाद भी बढ़ता है और सेहत भी बनी रहती है. प्याज़ में आयोडीन की मात्रा बहुत होती है. कई साड़ी बिमारियों में प्याज़ एक कारगर दवाई है.
यदि यही प्याज़ पहले काट कर रखा हो तो कई बिमारियों के लिए आमंत्रण का काम करता है. हमने अक्सर देखा है की शादी बयाह के अवसर या किसी भोज में खाना बनाने वाले सलाद के तौर पर टमाटर और प्याज़ पहले काट कर रख देते हैं.
यही सबसे बड़ी बीमारी की वजह बनता है.
कटा हुआ प्याज काफी तेजी से खराब होता है। इसमें तेजी से बैक्टीरिया लगता है और ऑक्सीडाइज होने के बाद काफी हानिकारक होता है।
अगर आप प्याज को छीलकर या काट कर फ्रिज में रख कर स्टोर करते हैं और फिर इसे इस्तेमाल करते हैं तो भूल कर भी ऐसा न करें। क्योंकि आपके शरीर के लिए फायदेमंद प्याज आपको नुकसान पहुंचा सकता है।
इसलिए खाना बनाते वक्त ही आप प्याज को काटें। वहीं, कटा हुआ प्याज फ्रिज में स्टोर भी न करें। फ्रिज में स्टोर करते हैं तो गर्म और ठंडा तापमान मिलकर इसे सॉगी बना देते हैं और इसमें बैक्टीरिया और तेजी से पनपने लगता है।
एक तरीका है जिससे आप प्याज को फ्रिज में स्टोर कर सकते हैं। इसके लिए आप कटे हुए प्याज को पेपर टावल में रैप कर रख सकते हैं इससे प्याज ड्राई रहती है और ठंढी रहती है।
अगर आप कटे हुए प्याज को फ्रिज में रखना चाहते हैं तो आप सीट बंद डब्बे में रख सकते हैं। लेकिन तापमान 4,4 डिग्री सैल्सियस होने चाहिए। लेकिन ज्यादा से ज्यादा आप यह ध्यान रखें कि प्याज का उपयोग खाना बनाने और खाना खाने से तुरंत पहले ही काटे तो यह आपके शरीर में हर तरह से फायदेमंद होगा। खाने में प्याज काफी अहम है। लगभग सभी भारतीय अपने खाने में प्याज का उपयोग जरूर करते हैं। प्याज में कई तरह की चीजें पायी जाती है। इनमें मौजूद औषधीय, एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-इंफ्लेमेट्री गुण दिल और आंतों के लिए काफी फायदेमंद होते हैं।
सलाद में प्याज का इस्तेमाल सबसे अधिक होता है। हालांकि प्याज को चाहे भून कर या कच्चा किसी भी रूप में खायें यह शरीर के लिए काफी फायदेमंद होता है। इसलिए लोग इसे रोजाना के खाने में प्रयोग करते हैं।
चंद्र मोहन
कृषि जागरण
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