चुनाव से पहले जैसा अनुमान लगाया जा रहा था, बिल्कुल वैसा ही होता नज़र आ रहा है. आपको बता दें कि पांच राज्यों में चुनाव को लेकर बढ़ती महंगाई पर कुछ दिनों के लिए अंकुश लगा हुआ था. वहीँ विशेषज्ञों का कहना था कि चुनाव के बाद अचानक महंगाई बढ़ सकती है और चुनाव के बाद कुछ ऐसा ही होता नजर आ रहा है. आपको बता दें कि थोक उपभोक्ताओं के लिए डीजल कीमतों में 25 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी हो चुकी है.
25 रुपए प्रति लीटर महंगा हुआ डीजल (Diesel became costlier by Rs 25 per liter)
जानकारी के मुताबिक ऐसा बताया जा रहा है कि थोक ग्राहकों के लिए बिक्री वाला डीजल 25 रुपये प्रति लीटर महंगा हो गया है. रूस-यूक्रेन विवाद के बाद अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल की कीमतों में 40 प्रतिशत के उछाल के बाद यह कदम उठाया गया है. हालांकि, पेट्रोल पंपों के जरिए बेचे जाने वाले डीजल की खुदरा कीमतों में कोई बदलाव अब तक नहीं हुआ है.
इन कंपनियों को हो रहा नुकसान (Loss to these companies)
इस महीने पेट्रोल पंपों की बिक्री में 20 प्रतिशत का उछाल आया है. वहीँ, बस के परिचालकों और मॉल जैसे थोक उपभोक्ताओं ने पेट्रोल पंपों से ईंधन खरीदा है. आमतौर पर वे पेट्रोलियम कंपनियों से सीधे ईंधन की खरीदी करते हैं. इससे ईंधन की खुदरा बिक्री करने वाली कंपनियों का नुकसान बढ़ा है. अब तक नुकसान के दायरे में नायरा एनर्जी, जियो-बीपी और शेल जैसी कंपनियां शामिल हैं. बिक्री बढ़ने के बावजूद इन कंपनियों ने अभी तक मात्रा में कमी नहीं की है, लेकिन अब पंपों के लिए परिचालन आर्थिक रूप से व्यावहारिक नहीं रह जाएगा.
बंद होने के कगार पर हैं पेट्रोल पंप (Petrol pumps are on the verge of closure)
सूत्रों के मुताबिक, यह कहा गया कि रिकॉर्ड 136 दिन से ईंधन कीमतों में बढ़ोतरी नहीं हुई है, जिसकी वजह से कंपनियों के लिए इन दरों पर अधिक ईंधन बेचने के बजाय पेट्रोल पंपों को बंद करना अधिक व्यावहारिक विकल्प रह गया है. वर्ष 2008 में रिलायंस इंडस्ट्रीज ने बिक्री घटकर 'शून्य' पर आने के बाद अपने सभी 1,432 पेट्रोल पंप बंद कर दिए थे. ऐसी ही स्थिति एक बार फिर बनती नजर आ रही है. ख़बर मिलते ही थोक उपभोक्ता भी पेट्रोल पंपों से खरीदारी कर रहे हैं. जिस वजह से रिटेलरों का घाटा बढ़ रहा है.
मुंबई और दिल्ली में डीजल की कीमत (Diesel Price in Mumbai and Delhi)
मुंबई शहर की बात करें, तो थोक उपभोक्ताओं के लिए डीजल का दाम बढ़कर 122.05 रुपये प्रति लीटर हो गया है. पेट्रोल पंपों पर डीजल 94.14 रुपये प्रति लीटर के भाव बिक रहा है. इसी तरह दिल्ली में पेट्रोल पपों पर डीजल 86.67 रुपये प्रति लीटर है, जबकि थोक या औद्योगिक ग्राहकों के लिए इसकी कीमत 115 रुपये प्रति लीटर है.
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सार्वजनिक क्षेत्र की पेट्रोलियम कंपनियों द्वारा 4 नवंबर, 2021 से पेट्रोल और डीजल के दाम नहीं बढ़ाए गये हैं. हालांकि, इस दौरान वैश्विक स्तर पर ईंधन कीमतों में उछाल आया है. माना जा रहा है कि पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के मद्देनजर ईंधन कीमतों में बढ़ोतरी नहीं की गई.
विधानसभा चुनाव के नतीजे 10 मार्च को आ गए हैं, लेकिन उसके बाद भी संसद के बजट सत्र के दूसरे चरण की वजह से फिलहाल कीमतों में बढ़ोतरी नहीं हुई है. थोक उपभोक्ताओं के लिए दरों और पेट्रोल पंप कीमतों में 25 रुपये के बड़े अंतर की वजह से थोक उपभोक्ता पेट्रोल पंपों से ईंधन खरीद रहे हैं.
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