अगर आप किसान या पशुपालक है, तो यह खबर आपके लिए बेहद महत्वपूर्ण है. अभी हाल ही में चित्रकूट जिला प्रशासन ने ऐसी योजना की शुरुआत की है, जिसके माध्यम से किसानों और पशुपालकों को बड़ा मुनाफा हो सकता है.
बता दें कि चित्रकूट गौशालाओं में पल रही साहीवाल और रेड सिंधी नस्ल की गायों को पशुपालाकों को मुफ्त में दिया जो रहा है और साथ ही इन गाय की नस्लों के भरण-पोषण के लिए सरकार प्रति गाय पर हर महीने 1500 रुपये की सहायता दे रही है, ताकि इन नस्लों में सुधार हो. इसके अलावा किसान, पशुपालक इन गायों का पालन करके दूध बेचकर अपनी आय में भी इजाफा कर सकते हैं.
गौशाला से कितनी गाय गोद ले सकते हैं?
जिला प्रशासन ने इस योजना को संतुलित रखने के लिए कुछ नियम तय किए हैं. इस नियम के तहत एक व्यक्ति चार गाय ही गोद ले सकता है. इसके लिए व्यक्ति को पशुपालन विभाग में फार्म भरना होगा. उसके बाद फार्म की जांच होने के बाद ही गौशाला से गाय या बछिया दी जाएगी.
क्यों इस योजना को चलाया जा रहा है?
चित्रकूट जिला प्रशासन ने गौवंश योजना की शुरुआत केवल गाय बांटने तक सीमित नहीं है. इस योजना के जरिए गौंवश की नस्ल सुधार पर भी विशेष रुप से जोर दिया जा रहा है. साथ ही कृत्रिम गर्भाधान में साहीवाल और रेड सिंधी जैसी उन्नत नस्लों का लगभग 50 प्रतिशत अंश शामिल किया जाएगा. इस अंश से पैदा होने वाली गायें 8 से 10 लीटर प्रतिदिन दूध देने में सक्षम होगी.
किस कीमत पर मिलेगा सेक्स सॉर्टेड सीमेन?
गौंवश योजना के तहत किसान और पशुपालक मात्र 100 रुपये देकर अपनी गाय का कृत्रिम गर्भाधान सेक्स सॉर्टेड सीमेन से करा सकते हैं. साथ ही इससे लगभग 99 प्रतिशत गुंजाइश बछिया पैदा होने की रहती है और इसका सीधा यह फायदा होगा गौंवश की संख्या बढ़ेगी.
विभागीय टीम करेगी जांच
जिन पशुपालक और किसानों को यह गाय दी जाएगी. उनकी देखभाल सही ढंग से हो रही है या नहीं, यह जिम्मेदारी प्रशासन ने पशुपालन विभाग की टीम को दी है, जो समय-समय पर निरीक्षण करेगी. साथ ही अधिकारी घर आकर पशुओं की स्थिति, चारा-पानी और स्वास्थ्य की जांच करेंगे. यह जांच विभागीय टीम इसलिए कर रही है, ताकि कोई व्यक्ति इस योजना का गलत फायदा ना उठाएं.
कैसे करे आवेदन?
जिन किसान और पशुपालकों को इस योजना में आवेदन करना है. वह अपने स्थानीय पशुपालन विभाग से संपर्क कर गौशालाओं से जुड़ कर इस योजना का लाभ उठा सकते हैं.
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