पंतनगर। 23 मई, 2018। मत्स्य विज्ञान महाविद्यालय, पंतनगर ने 22 मई यानि विश्व जैव विविधता दिवस के अवसर पर नैनीताल झील में उपयोगी मछलियों का संचय कर इस दिवस को मनाया। इस दिवस के अवसर पर मत्स्य विज्ञान महाविद्यालय के वैज्ञानिक डा. आर.एन.राम, डा. आर.एस. चैहान तथा डा. आषुतोष मिश्रा ने नैनीताल झील में सिल्वर कार्प, ग्रास कार्प तथा भारतीय मेजर कार्प प्रजातियों की 5,000 विकसित अंगुलिकाओं का संचय किया। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि, कुलपति, कुमाऊँ विश्वविद्यालय, डा. डी.के. नौड़ियाल थे।
डा. नौड़ियाल ने मत्स्य विज्ञान महाविद्यालय के इस कार्य की सराहना करते हुये कहा कि मछलियों की विभिन्न प्रजातियों के रहने से जलीय वातावरण संतुलित रहता है और जल की गुणवत्ता अच्छी रहती है। उन्होंने कहा कि मत्स्य विज्ञान महाविद्यालय ने इस झील में जो बायोमैनिपुलेषन तथा एयरेषन का कार्य किया है जिससे झील की पारिस्थितिकी अब काफी अच्छी हो जाएगी तथा झील में रह रही मछली, महाषीर बिना किसी तनाव के अच्छी वृद्धि प्राप्त कर सकेंगी। इस कार्यक्रम में नैनीताल झील विकास प्राधिकरण के अधिशाषी अभियन्ता, श्री सी.एम. साह; कुमाऊँ विश्वविद्यालय के प्राध्यापक, डा. एच.सी.एस. बिष्ट; के साथ मै. ग्लोबल एक्वा ट्रीटमेन्ट, रूद्रपुर के प्रतिनिधि; श्री आनन्द कुमार उपस्थित थे। कार्यक्रम का आयोजित मै. ग्लोबल एक्वा ट्रीटमेन्ट, रूद्रपुर, जो कि झील में एयरेषन का कार्य कर रहे है, के द्वारा किया गया।
ई.मेल चित्र सं.1: नैनी झील में मत्स्य अंगुलिकाओं का संचय करते मुख्य अतिथि डा. डी.के. नौड़ियाल, मत्स्य वैज्ञानिक और अन्य प्रतिनिधि।
(ज्ञानेन्द्र शर्मा)
निदेशक संचार
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