कोरोना वायरस के खिलाफ अब ग्राम स्तर पर र्मोचा खोल दिया गया है. इस दिशा में बिहार सरकार ने भी उत्तम कदम उठाया है. इस बीमारी के रोकथाम के लिए जिला परिषद द्वारा पांच करोड़ रुपये का प्रावधान रखा गया है. इसक लिए पंचायती राज विभाग बिहार ने जिला पदाधिकारी को पत्र भेजकर विशेष आग्रह किया है.
ग्राम स्तर पर बिहार हो रहा तैयार
इस राशि के माध्यम से ग्राम स्तर पर कोरोना के खिलाफ मोर्चा खोला गया है. इन पैसों से सामुदायिक अनुमंडलीय अस्पतालों एवं सदर अस्पतालों में वेंटीलेटर बेड सहित अन्य सामग्री की खरीदने की योजना है.
ग्रामीणों को होगा फायदा
बिहार के ग्रामीण क्षेत्रों में इस समय महानगरों से लोग वापस लौट रहे हैं. हालांकि सरकार इस पलायन को रोकने की कोशिश कर रही है, लेकिन उसमें कामयाबी मिलती नहीं दिख रही. इसलिए किसी भी विपरित समय के लिए गांव स्तर पर कार्य किए जा रहे हैं.
खेतीबाड़ी नहीं होगी प्रभावित
जनता दल यूनाईटेड सहकारिता प्रकोष्ठ के प्रदेश महासचिव बिशाल प्रताप सिंह ने इस बारे में कहा कि किसानों और ग्रामवासियों को कोरोना के कारण किसी तरह की समस्या न आए, इसके लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं. पंचम वित्त आयोग की राशि को कोरोना महामारी के लिए खर्च करने का फैसला स्वागत योग्य है. उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार खुद वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जिला पदाधिकारियों से ग्रामीण तबके की जानकारी ले रहे हैं. अब त्रिस्तरीय पंचायती राज व्यवस्था में पंचम राज्य वित्त आयोग द्वारा दी गई राशि का उपयोग किया जाएगा.
विशाल ने बताया कि इस मद की राशि से प्रतिनिधियों की सुरक्षा हेतु मासक, सेनिटाइजर और साबुन आदि आवश्यक सामग्रियों की व्यवस्था की जाएगी. इसके साथ ही पंचायत स्तरीय आइसोलेशन सेंटर में भी विशेष सुविधाएं दी जाएगी.
भारत में कोरोना का कहर जारी
भारत में इस समय कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या 2000 के लगभग हो गई है. हालांकि प्रमुख देशों के मुकाबले अभी भी भारत में संक्रमण की दर सबसे कम है, लेकिन आने वाले 2 सप्ताह निर्णनायक समय की भूमिका में हैं.
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