बिहार में इन दिनों बाढ़ की स्थिती से राज्य के हालात काफी खराब बनी हुई है. राज्य के कृषि व पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग के मंत्री सह जिले के प्रभारी मंत्री डॉ. प्रेम कुमार इन दिनों लगातार प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर समीक्षा बैठक भी कर रहे हैं. इस दौरान एक अहम बैठक करते हुए मंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि राहत और बचाव कार्य का ब्योरा दिया जाए. साथ ही यह भी निर्देश दिया कि बाढ़ से प्रभावित परिवारों को जीआर अनुदान का लाभ देने के लिए सर्वे कराकर प्रभावित परिवारों की सूची शीघ्र तैयार किया जाए.
मंत्री ने किसानों के फसल मुआवजा को लेकर जिला कृषि अधिकारी को निर्देश दिया कि जल्द से जल्द फसल प्रभावित क्षेत्रों की रिपोर्ट सौंपने को कहा जिससे किसानों के फसल नुकसान का मुआवजा दिलाया जा सके. साथ ही जिला पशुपालन पदाधिकारी को भी निर्देश दिया कि बाढ़ प्रभावित प्रखंडो में पशुओं को उचित स्थानों पर पहुंचाया जाए और उन्हें चिकित्सक, दवा एवं चारा की उपलब्धता सुनिश्चित हो सके.
मंत्री ने जानकारी देते हुए कहा कि राज्य के चालू वित्तिय वर्ष में केंद्र सरकार द्वारा कृषि यांत्रिकरण के लिए 100 करोड़ रुपये प्राप्त हुआ है. इसके साथ ही मंत्री ने कहा कि राज्य में कोरोना के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं और ऐसे में सभी लोगों के लिए यह अनिवार्य है कि मास्का का प्रयोग अवश्य करें. मंत्री द्वारा जल-जीवन-हरियाली अभियान के तहत मनरेगा के द्वारा पौधारोपण का कार्य किया. इसके साथ ही पौधों की देखभाल के लिए भी 640 प्रवासी श्रमिकों को वनपोषक के रूप में मनरेगा द्वारा कार्य उपलब्ध कराया गया है. आगे मनरेगा के सभी कार्य के लिए पधाकारियों को निर्देश दिया जा चुका है और इस योजना को अगस्त में ही पूरी कर लिए जाने की योजना है.
बता दें कि बिहार सरकार के द्वारा किसानों को समय-समय पर कई प्रकार की योजनाओं का लाभ दिया जाता है जिससे काफी लाभान्वित होते हैं.
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