क्षिति, जल, पावक, गगन और समीर ये पाँच तत्व हमारे धर्मग्रंथों में मालिक कहे गए हैं तथा हमारी शारीरिक रचना में इनकी समान रूप से भूमिका होती है । इनमें वायु और जल ये दो ऐसे तत्व हैं जिनके बिना हमारे जीवन की कल्पना एक क्षण भी नहीं की जा सकती । जीवों को जिस वस्तु की जरूरत जिस अनुपात में है, प्रकृति में वे तत्व उसी अनुपात में मौजूद हैं । पर आज जल और वायु दोनों पर संकट के काले बादल आच्छादित हैं तो समझना चाहिए कहीं न कहीं हमने मूलभूत भूलें की हैं ।
देश में कई नदियों के जलस्तर में लगातार आ रही कमी के कारण कई नदियों का अस्तित्व खतरें में आ गया है, जिसके मद्देनज़र ईशा फाउंडेशन के सद्गुरु ने इस गंभीर समस्या को देश भर में उजागर करने व लोगों को जागरुक करने के लिए रैली फॉर रिवर्स यात्रा आयोजित की है। यह मुहिम देशभर में तेजी से सूख रही गंगा, कृष्णा, नर्मदा, कावेरी आदि नदियों को बचाने के लिए चलाए जा रहा है।
“रैली फार रिवर्स” अभियान की शुरुआत कोयंबटूर में 3 सितंबर से प्रारंभ हुई, इस रैली की शुरुआत पंजाब के गवर्नर वी.पी सिंह बडनौरे व केंद्रीय मंत्री हर्षवर्धन के द्वारा कोयंबटूर के वी.ओ.सी ग्राउंड में हरी झंडी दिखाकर की गई। इसके मुख्य आयोजक सद्गुरु के अनुसार "ये कोई प्रदर्शन या धरना न होकर नदियों के संरक्षण के उद्देश्य से चलाया गया अभियान है ,जो भी नदियों के पानी का दोहन करता है उसे रैली फॉर रिवर्स में शामिल होना चाहिए"। इसके दौरान स्वयं सद्गुरु, 3 सितंबर से 2 अक्टूबर के बीच 16 राज्यों में 23 बड़े कार्यक्रमों में शामिल होते हुए, कन्याकुमारी से हिमालय तक की यात्रा पूरी करेंगे। इसके समर्थन में 15 मुख्यमंत्री व 300 जानी मानी हस्तियां एक साथ आई हैं।
इस अभियान के विषय की गंभीरता इसी से लगाई जा सकती है कि कार्यक्रम के दौरान बॉलीवुड के अभिनेता सलमान खान, साउथ की फिल्मों में जाना माना नाम बन चुकी राकुल सिंह प्रीत, भारत के पूर्व धुरंधर बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग, तमिलनाडु के ग्रामीण विकास मंत्री थिरू एस.पी वेलूमनी, भारतीय महिला क्रिकेट टीम की कप्तान मिथाली राज, फार्मूला वन धावक नारायण कार्तिकेयन जैसी हस्तियां उपस्थित रहीं। इसके अतिरिक्त रैली पार्टनर महिंद्रा ग्रुप के सीनियर प्रेसिंडेंट वीजय राम नाक्रा, तमिलनाडु कृषि विश्वविद्दालय के सह कुलपति डॉ. के रामास्वामी भी आयोजन में मौजूद रहे। यही नहीं पर्यावरणविदों ने भी नदियों के जलस्तर का पूरे वर्ष बने रहने के लिए, नदियों के दोनों एक किलोमीटर रेंज तक पेड़ से कवर करने का सुझाव दिया।
इस कल्याणकारी मुहीम को लाखों लोगों ने 8000980009 नं. पर मिस कॉल देकर समर्थन किया है।
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