आचार्य महावीर प्रसाद द्विवेदी की 158वीं जयंती के मौके पर राइटर्स एंड जर्नलिस्ट्स एसोसिएशन, दिल्ली और आचार्य महावीर प्रसाद द्विवेदी राष्ट्रीय स्मारक समिति, के द्वारा 9 जुलाई 2022 को गांधी शांति प्रतिष्ठान(Gandhi peace foundation), आईटीओ, नई दिल्ली में शाम 5:00 बजे से मामा बालेश्वर दयाल पुरस्कार समारोह आयोजित किया जा रहा है.
जिसमें डॉ. राजाराम त्रिपाठी को यह पुरस्कार दिया जायेगा. इस शानदार समारोह में साहित्य जगत तथा मीडिया जगत से देश के सभी नामचीन लोग शामिल होंगे और साथ ही इस समारोह में साहित्य और पत्रकारिता के क्षेत्र में देश की सात चयनित हस्तियों को सम्मानित किया जाएगा.
क्या है मामा बालेश्वर पुरस्कार?(what is mama baleshwar award)
बालेश्वर दयाल का जन्म 10 मार्च 1905 और मृत्यु 26 दिसंबर 1998 को हुई थी. दयाल एक सामाजिक कार्यकर्ता और भारतीय राजनेता थे. उन्हें राजस्थान और मध्य प्रदेश में भील जनजातियों के बीच जल, जंगल और ज़मीन के अधिकारों के लिए लड़ने के लिए जाना जाता है और इसलिए साल में एक बार उनके नाम से किसानों और आदिवासियों के बीच काम कर रहे लोगों में से किसी एक व्यक्ति को चुनकर पुरस्कार दिया जाता है.
बालेश्वर पुरस्कार के लिए राजाराम त्रिपाठी को क्यों चुना गया?(why rajaram tripathi selected for baleshwar award)
राजाराम त्रिपाठी मूलतः छत्तीसगढ़ के ककनार गांव के रहने वाले हैं, वे शुरू से ही किसानों के लिए कुछ करना चाहते थे.इसलिए उन्होंने अपनी बैंक की नौकरी को छोड़ दिया.
और पिछले तीन सालों से बस्तर में आदिवासी किसानों के बीच रह कर उन्हें जैविक खेती और वन औषधि की खेती से होने वाले लाभ के बारे में बता रहे हैं. डॉ त्रिपाठी की अगर बात करें तो वे कृषि क्षेत्र के वर्तमान विषयों पर विभिन्न मंचों पर लगातार उठने वाली देश की चुनिंदा प्रभावशाली आवाजों में से एक हैं.
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