एआईटीएमसी ट्रस्ट की अग्रणी इंडस्ट्री पार्टनर और ड्रोन मैनुफैक्चरिंग एवं कृषि प्रशिक्षण में विकसित होती कंपनी एवीपीएल ने ड्रोन्स सेंटर ऑफ एक्सीलेन्स की स्थापना के लिए युनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी, जयपुर के साथ साझेदारी की है. खासतौर पर ड्रोन टेकनिशियनों एवं किसान ड्रोन ऑपरेटरों पर ध्यान केन्द्रित करते हुए छात्रों को अनमैन्ड एरियल व्हीकल्स के क्षेत्र में ज़रूरी ज्ञान एवं कौशल प्रदान करना इस साझेदारी का मुख्य उद्देश्य है.
एआईटीएमसी ट्रस्ट ने कई इंडस्ट्री पार्टनर्स में से एवीपीएल ड्रोन्स को यह अवसर दिया है क्योंकि एवीपीएल ड्रोन्स के पास ड्रोन के क्षेत्र में सर्वश्रेष्ठ ज्ञान एवं विशेषज्ञता है. इस साझेदारी के लिए एवीपीएल ने डीजीसीए कम्प्लायन्स आरपीटीओ, एसपीएच एविएशन (अब एवीपीएल ड्रोन्स की सब्सिडरी) को अपना साथ जोड़ा है.
खासतौर पर ड्रोन टेकनिशियनों एवं किसान ड्रोन ऑपरेटरों पर फोकस करते हुए उम्मीदवारों को अनमैन्ड एरियल व्हीकल्स में ज़रूरी ज्ञान एवं कौशल प्रदान करना इस साझेदारी का मुख्य उद्देश्य है. यह सेंटर ऑफ एक्सीलेन्स जुलाई 2023 में अपना संचालन शुरू कर देगा और अगले एक साल में यूओटी में 1800 छात्रों को प्रशिक्षण देगा, इनमें से 720 उम्मीदवारों को ड्रोन टेकनिशियन के रूप में और 1080 उम्मीदवारों को किसान ड्रोन ऑपरेटर्स के रूप में प्रशिक्षित किया जाएगा.
सेंटर ऑफ एक्सीलेन्स में मुख्य रूप से दो कोर्सेज़ उपलब्ध कराए जाएंगे
ड्रोन पायलट प्रशिक्षण: यह प्रोग्राम उम्मीदवारों को ड्रोन्स के रखरखाव, मरम्मत एवं ट्रबलशूटिंग में प्रशिक्षित करेगा. छात्रों को ड्रोन्स के विभिन्न अवयवों, सॉफ्टवेयर सिस्टम्स एवं अडवान्स्ड डायग्नॉस्टिक्स तकनीकों को समझने का मौका मिलेगा. यह कोर्स उन्हें विभिन्न प्रकार की तकनीकी चुनौतियों के लिए तैयार कर ड्रोन्स के प्रभावी संचालन को सुनिश्चित करेगा.
किसान ड्रोन ऑपरेटरः विशेष रूप से कृषि अनुप्रयोगों पर ध्यान केन्द्रित करते हुए यह प्रोग्राम उम्मीदवारों को ड्रोन्स के संचालन के लिए ज़रूरी कौशल प्रदान करेगा. छात्रों को कृषि में ड्रोन के इस्तेमाल के विभिन्न पहलुओं जैसे रिमोट सेंसिंग, डेटा कलेक्शन, क्रॉप मॉनिटरिंग आदि को सीखने का अवसर मिलेगा. ड्रोन टेक्नोलॉजी के प्रभावी उपयोग के द्वारा किसानों की उत्पादकता बढ़ाना इस कोर्स का मुख्य उद्देश्य है. इस विशेष कोर्स के लिए एवीपीएल ड्रोन्स छात्रों को सब्सिडी की दरों पर अपने खुद के बने ड्रोन भी उपलब्ध कराएगी.
सेंटर ऑफ एक्सीलेन्स में सभी आधुनिक सुविधाएं होंगी जैसे विशेष प्रशिक्षण लैब, आधुनिक सिमुलेशन सॉफ्टवेयर और व्यवहारिक प्रशिक्षण के लिए ड्रोन्स का समर्पित फ्लीट. पाठ्यक्रम को उद्योग जगत के विशेषज्ञों द्वारा सोच समझ कर डिज़ाइन किया गया है जो छात्रों को व्यापक लर्निंग का अनुभव प्रदान करता है. सेंटर ऑफ एक्सीलेन्स में उपलब्ध कोर्स महत्वाकांक्षी पेशेवरों को सैद्धान्तिक ज्ञान के साथ व्यवहारिक कौशल भी प्रदान करेगा, ताकि वे तेज़ी से विकसित होती ड्रोन टेक्नोलॉजी में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर सकें.
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1000 करोड़ से अधिक के अवमूल्यन के साथ एवीपीएल ने अगले 2 सालों में कृषि एवं ड्रोन प्रशिक्षण के लिए ऐसे 100 सेंटर ऑफ एक्सीलेन्स स्थापित करने का लक्ष्य रखा है, जहां 1 लाख उम्मीदवारों को प्रशिक्षण एवं सर्टिफिकेशन दिया जाएगा, ये सेंटर 65000 कृषि ड्रोन उद्यमियों एवं 1 लाख कम्युनिटी सेवा प्रदाताओं के निर्माण कर उन्हें 80,000 फार्मर्स सिटी मार्ट्स खोलने में सक्षम बनाएंगे.
स्मझौता ज्ञापन के हस्ताक्षरकर्ताः
मिस प्रीत संधूः सीईओ एवं सह-संस्थापक, एवीपीएल
प्रेम सुरानाः चेयरमैन, यूओटी, जयपुर
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