एग्रो वर्ल्ड 2022 भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, नई दिल्ली के IARI पूसा ग्राउंड कैंप में आयोजित की जा रही है. इस कार्यक्रम का शुभारंभ आज यानी 09 नवंबर दिन बुधवार को किया गया है, जो आने वाले तीन दिनों (11 नवंबर) तक जारी रहेगा. जिसमें 10 नवंबर को 1st India ACABC Summit 2022 और अगले दिन 11 नवंबर को 1st India EPO Summit 2022 का कार्यक्रम किया जाएगा.
आपको बता दें कि इस कार्यक्रम में देश के कई कंपनी व किसान भाई भी मौजूद है. एग्रो वर्ल्ड 2022 का शुभारंभ ग्रामीण विकास राज्य मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते ने रिबन काट कर किया. इस दौरान उनके साथ पशुपालन, डेयरी और मत्स्य पालन राज्य मंत्री संजीव बाल्यान मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रहे. इसके बाद सभी अतिथियों ने मिलकर प्रदर्शनी में लगे सभी स्टॉल का दौरा किया और उनसे मिलकर उनके प्रोडक्ट के बारे में जानकारी ली कि यह कैसे आम लोगों व देश के किसान भाइयों के लिए लाभदायक है.
इंडियन चेंबर ऑफ फूड एंड एग्रीकल्चर और भारत सरकार के समर्थन से इस प्रदर्शनी का आयोजन किया गया है. इस कार्यक्रम में दुनिया भर के कृषि-खाद्य उद्योग के विशेषज्ञ, कृषि-विशेषज्ञ और सरकारी अधिकारी, उद्यमियों, किसान, वैज्ञानिक, भारतीय उद्योग और व्यवसाय, संस्थान, केंद्रीय मंत्रालय और राज्य सरकारें, वैश्विक हितधारक शामिल रहेंगे.
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इस कार्यक्रम की शुरुआत सभी अतिथियों ने दीप प्रज्वलित कर किया.कार्यक्रम में कृषि से संबंधित कई मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की गई.
इस कार्यक्रम में MJ Khan, Chairman, ICFA ने कहा कि देश में 10 सालों में बहुत बड़ा बदलाव किया गया है, इस दौरान कई चीजें बदली है. इसके अलावा उन्होंने ये भी कहा की देश में आने वाले समय यानी साल 2025 तक 100 मिलियन डॉलर खेती किसानी के संदर्भ में कम से कम पार करने का लक्ष्य रखा है. उन्होंने यह भी कहा कि हमने कुछ ही सालों में 50% तक इस लक्ष्य को पार कर लिया है. किसी देश का विकास तब तक नहीं हो सकता जब तक वह के किसानों का विकास नहीं होगा.
मुख्य अतिथि फग्गन सिंह कुलस्ते, मिनिस्टर ऑफ स्टेट फॉर रूरल डेवलपमेंट ने इस कार्यक्रम में कहा कि देश में रोजगार का सबसे बड़ा साधन एग्रीकल्चर है. आज के समय में हमारे देश में 50 प्रतिशत से अधिक व्यक्ति खेती से जुड़कर अपना जीवन यापन कर रहे है.
कृषि क्षेत्र में किसानों की आय बढ़ाने के लिए सरकार ने जो संकल्प लिया है उस सब पर काम तेजी से किया जा रहा है और कहीं हद तक कार्य पूरा कर लिया गया है. देखा जाए तो भारत में खेती-किसानी में दिन पर दिन सुधार हो रहा है.
भारत सरकार देश के अंदर कृषि क्षेत्र में कई तरह की सब्सिडी भी देती है.
इसी क्रम में उन्होंने इस कार्यक्रम में यह भी कहा कि देश के कम से कम 75 जिलों में अमृत सरोवर बनाने का विचार सरकार कर रही है और साथ ही डिजिटल खेती को बढ़ावा देने के लिए 10,000 कृषि उत्पादों के संग्रह बने है. जिससे देश में किसानों को लाभ दिए जाने पर जोर दिया जा रहा है. खेती अब पहले की तरह नहीं रही, जैसे की हम किताबों में पढ़ते हैं, बल्कि यह अब पूरी तरह से आधुनिक बन चुकी है.
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