कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने आज नई दिल्ली में जर्मनी की खाद्य एवं कृषि मंत्री जूलिया क्लोकनर के साथ बैठक की. दोनों मंत्रियों ने भारत और जर्मनी के बीच कृषि बाजार विकास सहयोग से संबंधित संयुक्त घोषणा पत्र पर हस्ताक्षर किये. बैठक के दौरान तोमर ने कहा कि भारत की प्राथमिकता उत्पादन के बजाय किसान केंद्रित हो गयी है.
2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने का लक्ष्य निर्धारित किया है. इसके लिए उत्पादन बढ़ाने, लागत कम करने, प्रतिस्पर्धी बाजार बनाने तथा कृषि के लिए मूल्य श्रृंखला को मजबूत करने पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है. कृषि निर्यात नीति 2018 के अंतर्गत कृषि निर्यात को 2022 तक दोगुनी कर 60 बिलियन डॉलर तक पहुंचाने का लक्ष्य निर्धारित किया है. जूलिया क्लोकनर ने कहा कि जर्मनी के पास मशीनीकरण और फसल कटाई के बाद प्रबंधन की विशेषज्ञता है. किसानों की आय दोगुनी करने में यह महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है. क्लोकनर कार्याकारी समूह की बैठक 2008 से जारी रहने से भी प्रभावित हुई. कार्यकारी समूह की बैठकों में खाद्य सुरक्षा, उपभोक्ता संरक्षण जैसे विषयों पर विचार विमर्श किया जाता है.
दोनों मंत्रियों ने कहा कि जर्मनी और भारत के लिए कृषि प्राथमिकता का क्षेत्र है. इसके माध्यम से सतत् विकास लक्ष्य - 2 (भूखमरी मिटाना और कृषि उत्पादन को दोगुना करना) को हासिल किया जा सकता है. सतत् विकास लक्ष्य - 2 , अन्य 16 एसडीजी को प्रभावित करता है. दोनों मंत्रियों ने मशीनीकरण, फसल कटाई के बाद प्रबंधन, आपूर्ति श्रृंखला, बाजार तक पहुंच, निर्यात, खाद्य सुरक्षा, प्रयोगशालाओं की स्थापना में सहयोग खाद्य जांच कार्यशाला आदि विषयों पर भी विचार विमर्श किये. दोनों मंत्रियों ने कृषि क्षेत्र में तकनीकी और पेशेवर प्रशिक्षण के लिये राष्ट्रीय कृषि विस्तार प्रबंधन संस्थान (एमएएनएजीई) तथा जर्मन एग्रीकल्चर ऐकेडमी (डीईयूएलए)- निएनबर्ग के बीच सहमति पत्र पर हुए हस्ताक्षर पर प्रसन्नता व्यक्त की.
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