केंद्रीय कृषि मंत्री अर्जुन मुंडा ने किसानों से खेती के नये तरीके सीखने का आग्रह किया है. उन्होंने कहा कि देश की प्रगति किसानों की प्रगति पर निर्भर है. दरअसल, गुरुवार को केंद्रीय कृषि मंत्री पूसा, नई दिल्ली में कृषि मंत्रालय द्वारा आयोजित किसान सम्मेलन में पहुंचे थे. जहां, मुंडा ने 75वें गणतंत्र दिवस के लिए विशेष अतिथि के रूप में आमंत्रित 1,500 किसानों और उनके जीवनसाथियों से भेंट की और उन्हें संबोधित किया. उन्होंने कहा कि सरकार का उद्देश्य किसानों को सशक्त बनाना और उनकी आजीविका में सुधार करना है.
'खेती के नए तरीके सीखें किसान'
एक सरकारी बयान के अनुसार, मुंडा ने कहा, "देश की प्रगति किसानों की प्रगति में निहित है. बदलते समय में खेती के नए तरीके सीखना किसानों के लिए फायदेमंद साबित होगा." उन्होंने कहा कि किसान गणतंत्र दिवस में भाग लेने के लिए राष्ट्रीय राजधानी आए हैं, जो सिर्फ एक कार्यक्रम नहीं है बल्कि ‘अमृत काल’ में प्रवेश करने का द्वार खोलने जा रहा है.
'किसानों की उन्नति में ही देश की उन्नति है'
उन्होंने आगे कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी चाहते थे कि हम गणतंत्र दिवस उन लोगों के साथ मनाएं जो वास्तव में गांवों और खेतों में अपनी मेहनत से देश को सींचते हैं. अर्जुन मुंडा ने कहा कि हमारा किसान परिवार सबसे महत्वपूर्ण है, क्योंकि वह अन्नदाता है. किसानों की उन्नति में ही देश की उन्नति निहित है. बदलते दौर में खेती के नए तरीके सीखना किसानों के लिए लाभकारी सिद्ध होगा.इसका उद्देश्य हमारे किसानों, हमारे गांवों और हमारे देश को नए अनुभवों से सशक्त बनाना है. अर्जुन मुंडा ने केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय की ओर से सम्मेलन में आये सभी किसानों का स्वागत एवं अभिनंदन किया.
सम्मेलन में कृषि मंत्रालय के अधिकारियों और कृषि वैज्ञानिकों ने किसानों और किसान उत्पादक संगठनों (एफपीओ) के सदस्यों के साथ आधुनिक खेती के तरीकों और नवाचारों के बारे में जानकारी साझा की. उन्होंने विभिन्न कृषि योजनाओं के बारे में भी जानकारी साझा की. सम्मेलन में कृषि राज्यमंत्री शोभा करंदलाजे, कृषि सचिव मनोज आहूजा और अतिरिक्त सचिव मनिंदर कौर और अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे.आमंत्रित किसानों को प्रशिक्षण के साथ-साथ खेतों का भ्रमण भी कराया गया.
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