देश में जीरो बजट खेती की शुरुआत करने वाले सुभाष पालेकर कौन नहीं जानता. सुभाष पालेकर भारतीय कृषि क्षेत्र का एक जाना माना नाम है. उन्होंने महाराष्ट्र से जीरो बजट खेती की शुरुआत की थी. आज देश के कई राज्यों के किसान जीरो बजट खेती को अपना रहे हैं. इसके लिए उनको पदमश्री पुरुस्कार से भी सम्मानित किया जा चुका है. सुभाष पालेकर इसके किसानों को जीरो बजट खेती के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन करते है. देश के अलग-अलग हिस्सों में जाकर वो किसानों को सिखाते है. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने प्रदेश में शून्य लागत खेती को बढ़ावा देने के लिए कृषि के प्रशिक्षणशालाओं का आयोजन किया है. इसी के चलते कृषि के ऋषि कहे जाने वाले सुभाष पालेकर को आमंत्रित क्या किया गया है.
किसान बिना किसी लागत के प्राकृतिक रूप से खेती करके अपनी आय बढ़ा सकें इसके लिए उत्तर प्रदेश सरकार जीरो लागत प्राकृतिक कृषि को बढ़ावा देने के साथ ही इसे कृषि विश्वविद्यालयों के पाठ्यक्रम में भी शामिल करेगी.
लोक भारती संस्थान की तरफ से बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर केन्द्रीय विश्वविद्यालय लखनऊ में 20 से लेकर 25 दिसंबर तक शून्य लागत प्राकृतिक कृषि शिविर के उदघाटन अवसर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने की. इस अवसर पर जीरो लागत यानि शून्य लागत कृषि के जन्मदाता पद्मश्री सुभाष पालेकर भी किसानों को संबोधित किया. इस कार्यक्रम के माध्यम से किसानों को लाभ पहुंचाना है ताकि किसान आर्थिक रूप से मजबूत सके.
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