विश्व बीते 2 सालों से कोरोना संक्रमण जैसी कई तरह की महामारियों को झेल रहा है. जहां विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) और अन्य देशों को मंकीपॉक्स को लेकर चेतावनी मिली है वहीं, अब टोमेटो बुखार (Tomato Fever) ने दस्तक दे दी है. दरअसल, केरल (Kerala) में अब तक टोमेटो बुखार के करीब 100 मामले सामने आए हैं.
क्या है टोमेटो बुखार (What is Tomato Fever)
इस वायरल बीमारी को 'टोमेटो बुखार' इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि जो लोग इसके संपर्क में आते हैं उनके शरीर पर लाल चकत्ते और छाले देखे गए हैं जो टमाटर के समान लाल होते हैं. डॉक्टरों ने चेतावनी दी है कि पांच साल से कम उम्र के बच्चे इससे सबसे ज्यादा प्रभावित हो रहे हैं. इस बीमारी को 'टोमेटो फ्लू' के नाम से भी जाना जाता है लेकिन यह बीमारी कोरोना जितनी जोखिम भरी नहीं है.
टमाटर बुखार के कारण (Which are the Causes of Tomato Fever)
बीमारी का विशिष्ट कारण अभी भी अज्ञात है, हालांकि अब इसे वायरल संक्रमण का एक दुर्लभ रूप माना जा रहा है. कुछ ने यह भी सुझाव दिया है कि यह डेंगू या चिकनगुनिया का दुष्प्रभाव हो सकता है. वैज्ञानिकों ने निर्धारित किया है कि यह बुखार एक वायरस है, लेकिन अभी तक यह साफ नहीं हुआ है कि यह किस वायरस के परिवार का है.
टमाटर बुखार के लक्षण (What is the Symptoms of Tomato Fever)
1- चकत्ते
2- त्वचा में जलन
3- निर्जलीकरण
4- थकान
5- जोड़ों का दर्द
6- पेट में ऐंठन
7- जी मिचलाना
8- उल्टी
9- अतिसार
10- खांसी
11- नाक बहना
12- तेज बुखार
13- शरीर में दर्द
टमाटर बुखार उपचार (How to Prevent Tomato Fever)
डॉक्टरों ने यह सलाह दी है कि अच्छा और स्वच्छ भोजन खाएं. इसके अतिरिक्त, जो लोग संक्रमित हैं उन्हें अपने फफोले खरोंचने से बचना चाहिए और स्वच्छता का ध्यान रखना चाहिए. इस अवस्था में आराम करें और खूब पानी पिएं. यदि संक्रमण ज्यादा हो रहा है तो तुरंत डॉक्टर के पास जाएं.
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