ललित होटल में शुक्रवार को इंडिया इंडस्ट्री वाटर का पांचवां और फिक्की(FICCI) वाटर अवार्ड्स का सातवां एडिशन कॉन्क्लेव आयोजित हुआ. कॉन्क्लेव का मुख्य उद्देश्य स्थायी जल प्रबंधन को प्रोत्साहित करना था. इस कॉन्क्लेव में केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि जल आंदोलन को जन आंदोलन बनाने की जरूरत है. सिर्फ सरकार के प्रयास से पानी का बचाव संभव नहीं है, इसके लिए सभी को सामूहिक कदम बढ़ाने होंगें. उन्होनें कहा कि देश में पानी की कमी का मुख्य कारण पानी की बर्बादी है.
शेखावत ने कहा कि आज हर कोई भू जल का उपयोग धड्डले से बिना कुछ सोचे-समझे कर रहा है, जिसके कारण देश के अधिकांश हिस्सों में भूजल के स्तर में तेजी से गिरावट हो रही है. इतना ही नहीं भू जल का गिरता हुआ स्तर कार्बन उत्सर्जन को भी बढ़ाने का काम कर रहा है. उन्होंने कहा कि इस समस्या से बचने के लिए वाटर ट्रीटमेंट, बेकार पानी का पुनः उपयोग एवं रेन वाटर हार्वेस्टिंग मॉडल को राष्ट्र स्तर पर अपनाने की जरूरत है.
इन छह श्रेणियों में दिये गए पुरस्कारः
जल संरक्षण एवं स्वच्छता क्षेत्र में अलग-अलग छह श्रेणियों में पुरस्कार दिये गयें. स्वच्छता में सर्वश्रेष्ठ योगदान के लिए कॉर्पोरेट जगत से जेनरोबोटिक्स, टाइड टेक्नोक्रेट्स प्राइवेट लिमिटेड, आईटीसी लिमिटेड, लिक्सिल और साराप्लास्ट एन्टरप्राइज़ को सम्मानित किया गया. तो वहीं संचार जगत से दा वायर और विन न्यूज़ को सम्मानित किया गया. इसी तरह सोशल एन्टरप्राइज़ में सेक्टर में इराम साइंटिफिक एवं लूटल को मिला.
सर्वोत्तम स्वच्छता मॉडल के लिए वेव फेडरेशन और धन फाउंडेशन को सम्मानित किया गया. स्वच्छता में सर्वश्रेष्ठ वित्तीय सहायता के लिए आईडीएफसी बैंक और अन्नपूर्णा फाइनेंस को सम्मानित किया गया. सरकार के लिए विशेष मान्यता पुरस्कार शहरी और ग्रामीण क्षेत्र के लिए ओडिशा शासन एवं झारखंड स्टेट लाइवलीहुड प्रमोशन सोसाइटी को सम्मानित किया गया.
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