आज गुजरात के गांधीनगर में मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी के केंद्रीय मंत्री पुरुषोत्तम रूपाला ने डेयरी उद्योग के शीर्ष निकाय इंडियन डेयरी एसोसिएशन (IDA) द्वारा आयोजित 49वें डेयरी उद्योग सम्मेलन और एक्सपो का उद्घाटन किया.
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि यह सम्मेलन डेयरी पेशेवरों, विदेशी और भारत के विशेषज्ञों, दुग्ध उत्पादकों, डेयरी सहकारी समितियों, वैज्ञानिकों, सरकारी अधिकारियों, नीति निर्माताओं, शिक्षाविदों और अन्य हितधारकों को 'इंडिया डेयरी टू द वर्ल्ड: अपॉच्र्युनिटीज एंड चैलेंजेज' (India Dairy to the World: Opportunities and Challenges) विषय के तहत एक साथ ला रहा है.
इस दौरान पुरुषोत्तम रूपाला ने कहा कि भारत सरकार मवेशियों का टीकाकरण (vaccination) कर रही है, जो पशुपालकों के लिए बहुत महत्वपूर्ण बात है और डेयरी उद्योग के लिए एक बड़ा कदम है. उन्होंने कहा कि भारत आने वाले भविष्य में दुनिया का खाद्य सुरक्षा का स्रोत बनेगा जो तभी संभव होगा जब प्रजनन सुधार कार्यक्रम आयोजित किए जाएं और लक्ष्य प्राप्ति के लिए डेयरी क्षेत्र और डेयरी उद्यमी सभी एक ही दिशा में काम करें.
इस कार्यक्रम के उद्घाटन समारोह में केंद्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी राज्य मंत्री डॉ. संजीव कुमार बालियान, नीति आयोग के सदस्य प्रोफेसर रमेश चंद, गुजरात के सहकारिता मंत्री जगदीश विश्वकर्मा, इंटरनेशनल डेयरी फेडरेशन के अध्यक्ष पियरक्रिस्टियानो ब्रेज़ाले और आईडीएफ महानिदेशक ने भी भाग लिया. इसमें कैरोलिन एमॉन्ड विशिष्ट अतिथि होंगी. इसके अलावा राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड (NDDB) के अध्यक्ष मीनेश शाह मुख्य भाषण देंगे.
18 मार्च, 2023 को इंडियन डेयरी समिट में केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह के मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होने की उम्मीद है. मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के साथ केंद्रीय मंत्री परषोत्तम रूपाला, राज्य मंत्री जगदीश विश्वकर्मा, पशुपालन और डेयरी सचिव राजेश कुमार सिंह, NDDB के अध्यक्ष मीनेश शाह और IDF के अध्यक्ष पियरक्रिस्टियानो ब्रेजाले सम्मानित अतिथि होंगे.
3 साल बाद आयोजित हुआ यह सम्मेलन
कोविड-19 महामारी के कारण यह सम्मेलन तीन साल के अंतराल के बाद इसके गुजरात स्टेट चैप्टर के सहयोग से आयोजित किया जा रहा है. इस आयोजन का उद्देश्य भारत को डेयरी नवाचारों और समाधानों का केंद्र बनाने के लक्ष्य के साथ भारत में वैश्विक डेयरी प्रवृत्तियों, स्थिरता, कृषि नवाचारों, पोषण, जलवायु परिवर्तन और स्वास्थ्य पर चर्चा करना है.
सम्मेलन का उद्देश्य
बता दें कि तीन दिवसीय सम्मेलन और प्रदर्शनी का उद्देश्य दूध उत्पादन, प्रसंस्करण, भंडारण और पैकेजिंग समाधानों में नवीनतम तकनीकों का प्रदर्शन करना है. डेयरी उद्योग के विकास में उनके योगदान के लिए व्यक्तियों और संगठनों को पुरस्कार दिए जाएंगे.
इंडियन डेयरी एसोसिएशन के अध्यक्ष आरएस सोढ़ी ने कहा, "10 बिलियन डॉलर का भारतीय डेयरी उद्योग होने के नाते, डेयरी उद्योग सम्मेलन सबसे बड़ा सम्मेलन है. भारत दूध की कमी वाले देश से सबसे बड़ा दूध उत्पादक देश बनने का लंबा सफर तय कर चुका है. भारत में दुनिया के लिए डेयरी बनने की क्षमता है. सम्मेलन में होने वाली चर्चाओं में इस बात पर ध्यान दिया जाएगा कि भारत कैसे सबसे बड़े अवसरों और चुनौतियों का सामना कर सकता है. यह सम्मेलन और भी खास इसलिए है, क्योंकि यह गुजरात में 27 साल के अंतराल के बाद हो रहा है."
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इन पहलूओं पर होगी चर्चा
सम्मेलन में विभिन्न विषयों पर चर्चा होगी, जिसमें दुनिया में भारतीय डेयरी क्षेत्र का योगदान और भारतीय अर्थव्यवस्था में इसकी भूमिका, भारत में डेयरी के अद्वितीय छोटे धारक मॉडल और ग्रामीण भारत में सामाजिक-आर्थिक क्रांति में इसके योगदान की भूमिका शामिल है. मानव पोषण, स्वास्थ्य में डेयरी, दूध उत्पादन में अवसर, नवाचार, प्रसंस्करण, मूल्य वर्धित उत्पाद, पैकेजिंग, विपणन, गुणवत्ता, सुरक्षा, नियम, किसानों के मुद्दे, डेयरी संयंत्र, मशीनरी, आपूर्ति श्रृंखला, शिक्षा, प्रशिक्षण और डेयरी से संबंधित सभी पहलुओं पर विशेषज्ञों और पेशेवरों द्वारा चर्चा की जाएगी.
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