ऐतिहासिक शहर झांसी इन दिनों चर्चा में है. कारण है यहां की रहने वाली एक लड़की, जिसका नाम है गुरलीन चावला. दरअसल गुरलीन ने अपने दृढ इच्छाशक्ति की बदौलत यहां स्ट्रॉबेरी का बंपर उत्पादन कर सभी को चौंका दिया है. खास बात है कि वो न सिर्फ इसकी खेती भूमि पर कर रही है, बल्कि इसे खाली जगहों छतों और दिवारों पर भी उगा रही हैं. चलिए आपको इस बारे में विस्तार से बताते हैं.
जैविक उतपादों से खेती
गुरलीन अपने पिता के फार्म हाउस पर लगभग डेढ़ एकड़ की भूमि पर स्ट्राबेरी की खेती करती हैं, जिससे उसे बंपर मुनाफा हो रहा है. स्ट्रॉबेरी उगाने के लिए वो अधिकतर जैविक उत्पादों का ही उपयोग करती हैं और बाजार में अच्छी ब्रांण्डिंग के साथ बेचती हैं.
इस तरह आया ख्याल
वैसे आपको जानकर हैरानी होगी कि गुरलीन हमेशा से ही खेती नहीं करती आ रही हैं, बल्कि वो पुणे के प्रतिष्ठित लॉ कालेज में एलएलबी छात्रा हैं. स्ट्रॉबेरी के साथ उनका जुड़ाव कैसे हुआ, इसके जवाब में वो कहती हैं कि कोरोना काल में लॉकडाउन की वजह से उन्हें घर में बहुत अधिक समय मिलता रहा और उसी दौरान स्ट्रॉबेरी की खेती का ख्याल आया. इसके लिए योजना बनाई गई और उस योजना पर काम किया गया. आज गुरलीन को देखकर क्षेत्र के अन्य किसान भी स्ट्रॉबेरी की खेती करने के लिए आकर्षित हो रहे हैं.
पीएम मोदी ने की तारीफ
गुरलीन की सफलता का अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 31 जनवरी को हुए अपने मन की बात में उनकी तारीफ की है. इस बारे में गुरलीन कहती हैं कि पीएम द्वारा उनकी प्रशंसा होने के बाद आज क्षेत्र में लोग उन्हें बड़े सम्मान के साथ देखते हैं. बता दें कि अपने मन की बात में उनकी तारीफ करते हुए पीएम ने कहा था कि स्ट्रॉबेरी के उत्पादन में बुंदेलखंड की गुरलीन बहुत अच्छा काम कर रही हैं औऱ क्षेत्र के दूसरे किसानों को भी उनसे सीख लेनी चाहिए.
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