क्या आपने कभी किसी कुत्ते को कैंडी क्रश गेम खेलते हुए देखा है, शायद नहीं। आपको बता दें कि अब यह सच होने वाला है। अब बढ़ती उम्र के पालतू कुत्ते भी टचस्क्रीन गेम खेलते नजर आएंगे। एक आधुनिक शोध में बताया गया है कि कुत्तों को प्रयोगशाला में प्रशिक्षण के दौरान उन्हें कंप्यूटर स्क्रीन पर दिखाए गए चित्रों एवं किसी भी प्रोग्राम के लिए प्रतिक्रिया देते हुए देखा गया। यानि कि अब कुत्ते भी कंप्यूटर गेम सुडोकू या कैंडीक्रश खेलते हुए नजर आएंगे।
वैज्ञानिकों का मानना है कि कुत्तों में भी बुढ़ापे तक सीखने की अद्भुत क्षमता होती है। यदि उन्हें एक अच्छा माहौल दिया जाए तो वह बड़ी उम्र में भी अच्छी तरह से कुछ भी सीख सकते हैं और आप उनके साथ समय व्यतीत कर सकते हैं।
मेसिरीली रिसर्च इंस्टीट्यूट के वैज्ञानिकों ने कहा कि कंप्यूटर खेल उनके लिए एक अच्छा विकल्प है जिसके कारण वह समय बिता सकते हैं और मानसिक स्वास्थ्य बरकरार रख सकते हैं इसलिए अब यह प्रयोग सिर्फ प्रयोगशाला में ही नहीं बल्कि घरों में भी होना चाहिए।
संस्थान के वैज्ञानिकों का मानना है कि जंतुओं में भी बढ़ती उम्र में उनकी स्मरण शक्ति परखने के लिए यह शोध महत्वपूर्ण है। इससे तकनीकियों या गेम डेवलपर्स को ही नहीं बल्कि पालतू पशु रखने वाले लोगों को भी सहूलियत मिलेगी। हमारी इस प्रकार की शोध पशुओं में भी लंबे समय तक के लिए सीखने एवं संज्ञानात्मक ज्ञान रहने में मदद करेगी।
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