उत्तराखंड भारत के खूबसूरत राज्यों में से एक है, जहाँ कई प्राकृतिक, ऐतिहासिक और धार्मिक स्थल हैं. उत्तराखंड की हरी- भरी वादियाँ पर्यटकों को आकर्षित करती है. यहाँ की खूबसूरती को निहारने के लिए लोग दूर – दूर से आते हैं. उत्तराखंड की बागवानी फसलों की गुणवत्ता और फसलों के उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए अल्मोड़ा के चाबतिया जिले में पहला सेंटर ऑफ़ एक्सीलेंस खुलने जा रहा है. क्या होंगे इससे लाभ ये जानने के लिए पढ़िएं पूरी ख़बर
बागवानी फसलों को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले के चौबटिया में प्रदेश का पहला सेंटर ऑफ़ एक्सीलेंस बनाने का फैसला लिया है. सेंटर ऑफ़ एक्सीलेंस बनाने की इस योजना के अन्तर्गत सेब और अखरोट की नई प्रजाति विकसित करने के साथ ही किसानों को प्रशिक्षण व अन्य सभी तरह की सुविधाएं दी जाएँगी. सरकार ने इस योजना की स्वीकृति के लिए केंद्र को 13 करोड़ रूपए प्रदान करने का प्रस्ताव भेजा है. केंद्र की स्वीकृति मिलते ही इस पर काम शुरू कर दिया जायेगा. बागवानी क्षेत्र में यह प्रदेश का पहला सेंटर ऑफ एक्सीलेंस होगा.
योजना का उद्देश्य – Objective of the scheme
सेंटर ऑफ़ एक्सीलेंस योजना का उद्देश्य 2022 तक किसानों की आमदनी दुगुनी करने का है. इसमें सेब, अखरोट के साथ अन्य समशीतोष्ण फलों की नई प्रजातियां विकसित की जाएगी. साथ ही किसानों को आसानी से अच्छी किस्म के पौधे मिल सकेंगे. प्रदेश में बागवानी फसलों का उत्पादन बढ़ाने के लिए और किसानों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए इस योजना की शुरुआत की गई है.
अल्मोड़ा जिले के रानीखेत स्थित चौबटिया में उद्यान विभाग निदेशालय है जहाँ पर दशकों पहले सेब की नई प्रजातियों के रूट स्टॉक तैयार कर देश के दूसरे राज्यों को भेजे जाते थे, लेकिन अब सरकार ने चौबटिया में बागवानी का सेंटर ऑफ एक्सीलेंस बनाने का निर्णय लिया है
योजना से लाभ –Benefits of the scheme
सेंटर ऑफ़ एक्सीलेंस योजना के अन्तर्गत किसानों को विदेशों से आयातित सेब व अखरोट की नई प्रजातियों के मदर प्लांट तैयार कर उपलब्ध करवाये जाएंगे, जिसमें पौधों की गुणवत्ता की जांच के लिए लैब व अन्य सुविधाएं प्रदान की जाएँगी.
कहाँ बनेंगे सेंटर ऑफ एक्सीलेंस - Where will the Center of Excellence be built
सरकार की तरफ से 4 सेंटर ऑफ एक्सीलेंस बनाने की योजना है. प्रदेश में बागवानी फसलों के वर्गीकरण के आधार पर चौबटिया के अलावा टिहरी में मसाले, नैनीताल में फ्लोरीकल्चर, काशीपुर में सब्जी का सेंटर ऑफ एक्सीलेंस बनाया जाएगा. उम्मीद है अतिशीघ्र इन तीनों सेंटरों का प्रस्ताव भी केंद्र को भेजा जाएगा.
किसान भाइयों कृषि विभाग से जुड़ी योजनाओं के बारे में जानने के लिए पढ़ते रहिये कृषि जागरण हिंदी पोर्टल.
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