Sprouts: स्प्राउट्स एक लो-कैलोरी भोजन है, जो फाइबर से भरपूर और प्रोटीन से भरपूर होता है. यह कम वसा वाला भोजन है जो हमारे शरीर के कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में मदद करता है. स्प्राउट्स में मौजूद क्लोरोफिल कोशिकाओं और लसीका प्रणाली से विषाक्त पदार्थों को दूर करने में मदद करता है. इसमें होने वाले एंजाइम हमारी पाचन प्रक्रिया को आसान बनाते हैं. खाने से पहले फलियां और बीन्स को अंकुरित करने की आवश्यकता होती है क्योंकि उनमें अपचनीय प्रोटीन होते हैं जिन्हें पचने योग्य होने के लिए भिगोने और पकाने की आवश्यकता होती है.
स्प्राउट्स के बारे में आश्चर्यजनक बात यह है कि इन्हें आप अपने घर में आराम से उगा सकते हैं. खुद से बीन्स को अंकुरित करना पर्यावरण और शरीर दोनो के लिए बेहतर होता है. आज हम आपको घर पर स्प्राउट्स उगाने के बारे में बताने जा रहे हैं.
जार में उगाने का तरीका
बीन्स को धोयें- अगर आप पहली बार घर पर बीन्स को अंकुरित कर रहे हैं, तो मूंग, छोले और अल्फाल्फा बीन्स का सबसे सुरक्षित विकल्प हैं. प्रक्रिया शुरू होने से पहले फलियों को अच्छी तरह से धोएं क्योंकि इससे फलियों में मौजूद गंदगियां साफ हो जाएगी. इस प्रक्रिया के दौरान सभी क्षतिग्रस्त बीजों को भी हटा दें.
सही जार चुनें- बीन्स को अंकुरित करने के लिए चौड़े मुंह वाला जार ले लें. जार को साबुन से सावधानी से धो कर ही उपयोग करें. पॉलिएस्टर विंडो स्क्रीन से अपने जार के लिए अंकुरण ढक्कन तैयार करें. आप विशेष रूप से अंकुरण उद्देश्यों के लिए निर्मित जार को भी बाजार से खरीद सकते हैं.
बीज रोपण- एक बार जब आपका जार और ढक्कन तैयार हो जाए, तो उसमें दो बड़े चम्मच बीन्स के बीज डालें और जार को ठंडे पानी से आधा भर दें. बीजों को रात भर भीगने दें. यह सुनिश्चित करें कि हवा जार के आस-पास बनी रहे. बता दें बीन्स को कमरे के तापमान पर भिगोना चाहिए.
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स्प्राउट्स का भंडारण- एक बार जब बीज आपके पसंदीदा आकार में अंकुरित हो जाते हैं, तो उन्हें फ्रिज में स्टोर करने से पहले अंतिम बार धो लें. स्प्राउट्स को कम से कम एक हफ्ते तक या जब तक वे सूख न जाएं तब तक फ्रिज में रखा जा सकता है. आप अंकुरित अनाज को ऐसे ही या पानी में उबालकर भी खा सकते हैं. इसे सैंडविच, सलाद, हम्मस, सूप में भी उपयोग किया जाता है.
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