इस साल हीटवेव (लू) की वजह से आम के फलों पर गंभीर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा हैं, जिससे उनकी वृद्धि, गुणवत्ता और विपणन क्षमता बुरी तरह से प्रभावित हो रही है. आम की कुछ किस्में इस समय प्राकृतिक रूप से पककर गिर रहे हैं. फलों की गुणवत्ता का अध्ययन करने से पता चला है की इस वर्ष हीट वेव (लू) की वजह से फल की क्वालिटी मे भारी कमी देखी जा रही है. पके फलों को काटने के बाद अंदर गुद्दा का जेली मे परिपर्तित होने के साथ-साथ फलों में मिठास भी बहुत ही कम मिल रही है. इन परिस्थितियों में यह जानना अति आवश्यक है की उच्च गुणवत्ता युक्त आम के फलों मे क्या-क्या विशेषताएं होनी चाहिए जो उसे विशेष बनाता है.
उच्च गुणवत्ता युक्त आम के फलों में कई तरह की भौतिक और जैव रासायनिक विशेषताएं होनी चाहिए हैं जो उनकी गुणवत्ता, स्वाद और पोषण मूल्य को परिभाषित करते हैं...
आम के फलों की भौतिक विशेषताएं
1. देखने योग्य होने चाहिए
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रंग: किस्म के आधार पर, छिलके का रंग हरे से लेकर पीले, नारंगी या लाल तक हो सकता है. एक पका हुआ आम आम तौर पर कम से कम हरे धब्बों के साथ जीवंत, एक समान रंग दिखाता है.
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आकार और आकृति: आम की किस्मों के आकार और आकृति में भिन्नता होती है, लेकिन उच्च गुणवत्ता वाले फल आम तौर पर बिना किसी विकृति के सुडौल और एक समान होते हैं.
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त्वचा की स्थिति: छिलका चिकना और झुर्रियों, दरारों, दाग-धब्बों या काले धब्बों से मुक्त होना चाहिए, जो ताज़गी और उचित हैंडलिंग का संकेत देता है.
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वजन: एक अच्छा आम अपने आकार के हिसाब से भारी लगता है, जो रसीलापन और गूदे के घनत्व को दर्शाता है.
2. बनावट
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दृढ़ता: जब धीरे से दबाया जाता है, तो एक पका हुआ आम थोड़ा सा दबना चाहिए, लेकिन बहुत नरम या गूदा नहीं होना चाहिए. बहुत ज़्यादा सख्त आम कच्चे हो सकते हैं, जबकि बहुत ज़्यादा नरम आम ज़्यादा पके हो सकते हैं.
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गूदा: किस्म के आधार पर गूदा चिकना और रसीला होना चाहिए जिसमें कम से कम फाइबर हो. अल्फांसो जैसी प्रीमियम किस्में अपने मक्खनी, फाइबर रहित गूदे के लिए जानी जाती हैं.
3. सुगंध
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खुशबू: एक पका हुआ आम एक मीठी, फल जैसी सुगंध देता है, खासकर तने के सिरे पर. सुगंध सुखद और फल के खाने के लिए तैयार होने का संकेत होनी चाहिए.
आम के फलों की जैव रासायनिक विशेषताएं
1. मिठास की मात्रा
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ब्रिक्स स्तर: आम की मिठास को ब्रिक्स डिग्री में मापा जाता है, जो मिठास की मात्रा को दर्शाता है. उच्च गुणवत्ता वाले आमों में आमतौर पर 14-22 का ब्रिक्स स्तर होता है, जो उच्च चीनी सांद्रता और मिठास को दर्शाता है.इस वर्ष जो आम बाज़ार मे उपलब्ध है उसमे आमतौर मिठास पर 10-18 का ब्रिक्स स्तर है.
2. अम्लता
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पीएच स्तर: आमों में अम्लता उनके समग्र स्वाद प्रोफ़ाइल में योगदान देती है, जो थोड़ी सी खटास के साथ मिठास को संतुलित करती है. पके आमों का pH आमतौर पर किस्म के आधार पर 3.4 से 4.8 के बीच होता है.
3. पोषक तत्व
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विटामिन: आम विटामिनों से भरपूर होते हैं, खास तौर पर विटामिन सी (एस्कॉर्बिक एसिड) और विटामिन ए (बीटा-कैरोटीन के रूप में). उच्च गुणवत्ता वाले आमों में इन विटामिनों का उच्च स्तर बना रहता है, जो उनके पोषण मूल्य में योगदान देता है.
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खनिज: इनमें पोटेशियम, मैग्नीशियम और कैल्शियम जैसे आवश्यक खनिज होते हैं.
4. फाइटोकेमिकल्स
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कैरोटीनॉयड: बीटा-कैरोटीन सहित ये रंगद्रव्य आम के जीवंत रंग में योगदान करते हैं और महत्वपूर्ण एंटीऑक्सीडेंट होते हैं.
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पॉलीफेनोल: आमों में मैंगिफेरिन जैसे विभिन्न पॉलीफेनोल होते हैं, जिनमें एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं और ये फल के स्वास्थ्य लाभों में योगदान करते हैं.
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वाष्पशील यौगिक: एस्टर, एल्डिहाइड और टेरपेन सहित ये यौगिक आम की विशिष्ट सुगंध और स्वाद प्रोफ़ाइल के लिए ज़िम्मेदार होते हैं.
5. फाइबर सामग्री
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आहार फाइबर: आम आहार फाइबर प्रदान करते हैं, जो पाचन में सहायता करता है. मांस की बनावट फाइबर सामग्री का संकेत दे सकती है, कुछ किस्मों में चिकना, कम रेशेदार मांस होता है.
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