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Budget 2024: झींगा पालन किसानों के लिए क्यों है मुनाफे का सौदा? यहां जानें पांच पॉइंट में पूरी बात

Shrimp Farming: झींगा पालन किसानों की आय बढ़ाने में मददगार होता है. भारत में ज्यादातर किसान झींगा पालन कर बाजार में अच्छी मोटी कमाई कर रहे हैं. इसी क्रम में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने झींगा पालन को बढ़ावा देने के लिए किसानों को बड़ी राहत दी है. यहां जानें पूरा प्लान

लोकेश निरवाल
लोकेश निरवाल
झींगा पालन  (Image Source: Pinterest)
झींगा पालन (Image Source: Pinterest)

Shrimp Farming: किसानों के लिए आम बजट 2024 में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बड़ी राहत दी है. दरअसल, देश में झींगा पालन बढ़ाने के लिए वित्त मंत्री ने बजट 2024 में किसानों को वित्तीय सहायता देने का ऐलान किया है. आम बजट पेश करते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि भारत के अलग-अलग हिस्सों में झींगा ब्रूड-स्टॉक्स न्यूक्लियस ब्रीडिंग केंद्रों का नेटवर्क बनाने के लिए वित्तीय सहायता दी जाएगी. इसके अलावा उन्होंने यह भी कहा कि प्रोसेसिंग और निर्यात के लिए भी नाबार्ड (NABARD) के माध्यम से फंडिंग की भी सुविधा किसानों को दी जाएगी.

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि बजट 2024 में झींगा फीड और ब्रूडस्टॉफ के आयात पर भी शुल्क में कटौती कर दी है. ताकि किसान झींगा का पालन कर अधिक से अधिक मुनाफा प्राप्त कर सकें. सरकार ने झींगा फीड के आयात पर लगने वाले शुल्क को 15 प्रतिशत से घटाकर 5 प्रतिशत और ब्रूडस्टॉक आयात के शुल्क 10 प्रतिशत से घटाकर 5 प्रतिशत तक कर दिया है. ऐसे में आइए जानते हैं कि झींगा पालन मुनाफे का सौदा क्यों है?

झींगा पालन से जुड़ी सभी बातें 5 पॉइंट में...

  • झींगा का पालन मीठे पानी में किया जाता है. झींगा के तालाब की तैयारी भी किसानों को मछली पालन की तरह ही करनी होती है.

  • तालाब क्ले सिल्ट या दोमट मिट्टी पर बनाना चाहिए, क्योंकि इसमें पानी रोकने की क्षमता अच्छी होती है.

  • झींगा के लिए तालाब में चूने की मात्रा 250-1000 किग्रा प्रति हेक्टेयर से डालें. ऐसा करने से तालाब रोगाणु मु्क्त रहता है.

  • झींगा मछली को भोजन के तौर पर सूजी, मेंदा, अंडे को एक साथ मिलाकर तालाब में डालें.

  • झींगा मछली के भोजन में करीब 80% शाकाहारी और 20% मांसाहारी पदार्थ देने चाहिए.

ये भी पढ़ें: झींगा मछली की इस प्रजाति से कमाएं 10 लाख का मुनाफा, एक एकड़ में ऐसे पालें 4,000 किलो झींगे

झींगा पालन का उत्पादन और मुनाफा

झींगा के तालाब में डाले गए लार्वा के करीब 50 से 70 प्रतिशत झींगा ही जीवित रहते हैं, इसलिए इनकी अच्छी देखरेख करें. झींगों का 4 से 5 महीने में लगभग 50 से 70 ग्राम वजन बढ़ जाता है, इसलिए जब झींगों का वजन 50 ग्राम से अधिक हो जाए, तो उन्हें तालाब से बहार निकालने की प्रक्रिया शुरू कर देनी चाहिए. आपको बता दें कि तालाब में शुद्ध रूप से झींगा की कीमत बाजार में लगभग 250 रुपया प्रति किग्रा. तक होती है. अगर हम इसमें लगी लागत पूंजी को निकाल दें, तो एक एकड़ जल क्षेत्र से लगभग 2 लाख रुपए से अधिक का मुनाफा प्राप्त किया जा सकता है. 

English Summary: shrimp farming a profitable deal for farmers in hindi Published on: 25 July 2024, 12:53 IST

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