1. Home
  2. पशुपालन

गर्मी में इस तरह से करे चूजों की देखभाल, नहीं होगा घाटा

गर्मी में मुर्गी पालन करने वालों के लिए आवश्यक है कि तापमान की तेजी से मुर्गियों को बचाया जाए, क्योंकि गर्मीं अधिक बढ़ने से मुर्गियों की मृत्यु दर बढ़ सकती है. मुर्गियों में अधिक मृत्यु दर होने से मुर्गीपालकों को भारी वित्तीय हानि उठानी पड़ सकती है. गर्मी के मौसम में थोड़ी सावधानी से मुर्गियों को तेज गर्मी के प्रकोप से बचाया जा सकता है और अधिक से अधिक लाभ कमाया जा सकता है.

विवेक कुमार राय
विवेक कुमार राय
Poultry Farming
Poultry Farming

गर्मी में मुर्गी पालन करने वालों के लिए आवश्यक है कि तापमान की तेजी से मुर्गियों को बचाया जाए, क्योंकि गर्मीं अधिक बढ़ने से मुर्गियों की मृत्यु दर बढ़ सकती है. मुर्गियों में अधिक मृत्यु दर होने से मुर्गीपालकों को भारी वित्तीय हानि उठानी पड़ सकती है. गर्मी के मौसम में थोड़ी सावधानी से मुर्गियों को तेज गर्मी के प्रकोप से बचाया जा सकता है और अधिक से अधिक लाभ कमाया जा सकता है.

गर्मी में मुर्गीपालन शुरू करने से पहले की जरूरतें (Requirements before starting poultry in summer)

गर्मी में मुर्गीपालन शुरू करने से पहले वैज्ञानिक जानकारी लेना अच्छा रहता है. इसके लिए कृषि महाविद्यालयों या कृषि विज्ञान केंद्र से ट्रेनिंग ली जा सकती है. मुर्गीफार्म में छोटे पेड़ जैसे शहतूत, मौसमी, अमरुद आदि छाया के लिए लगाने चाहिए. मुर्गी पालन करने वालों के लिए आवश्यक है कि तापमान की तेजी से मुर्गियों को बचाया जाए, क्योंकि मौसमी उतार-चढ़ाव से इनकी मृत्यु दर बढ़ सकती है. मुर्गियों में अधिक मृत्यु दर होने से मुर्गीपालकों को भारी वित्तीय हानि उठानी पड़ सकती है. गर्मी के मौसम में थोड़ी सावधानी से मुर्गियों को तेज गर्मी के प्रकोप से बचाया जा सकता है.

गर्मीं में मुर्गीपालन करते समय निम्नलिखित महत्वपूर्ण बातों पर विशेष ध्यान दें (While doing poultry in summer, pay special attention to the following important things)

 

  • चूज़ों के फार्म पर पहुँचते ही एलेक्ट्रल एनर्जी (Electral Energy ) वाला पानी पिलायें. चूज़ों को 5-6 घंटे तक यही पानी पीने को दें.

  • पानी के बर्तन उचित संख्या में लगायें -100 चूज़ों के लिए 3-4 बर्तन.

  • 6-8 घंटे तक मात्र मक्के का दलिया दें.

  • दिन के समय ब्रूडिंग ना करें.

  • बुरादे में मोटाई 1.5 – 2 इंच रखें.

  • मुर्गी के शेड को हवादार बनायें रखें. पर्दों को दिन-रात दोनों समय खुला रखें.

  • संभव हो सके तो छत पर स्प्रिंकलर लगायें या भूसा के नाड़े छत पर बिछाएं.

  • गर्मी से होने वाले स्ट्रेस को कम करने के लिए एमिनो पावर (Amino Power)  पानी में दें.

  • मुर्गियों को 1- 1.5 किलो होते ही बिक्री शुरू कर दें.

  • 750 ग्राम से ऊपर वाले मुर्गियों को सुबह 10 बजे से शाम के 5 बजे तक दाना न दें या फीडर को ऊपर उठा दें.

  • फार्म में बहुत ज्यादा मुर्गियां नहीं पालें हो सके तो शेड के क्षमता से 20 प्रतिशत कम मुर्गियां रखें.

  • मुर्गियों की छत का गर्मी से बचाने के लिए छत पर घास व पुआल आदि को डाल सकते हैं. या छत पर सफेदी करवा सकते हैं. सफेद रंग की सफेदी से छत ठंडी रहती है.

  • चूजों को रखने से पहले शेड को अच्छे से साफ करें और शेड के अंदर- बाहर विराक्लीन (Viraclean) का छिड़काव करें .

English Summary: poultry: take care of chicks in this way in summer, there will be no loss Published on: 25 April 2020, 01:01 IST

Like this article?

Hey! I am विवेक कुमार राय. Did you liked this article and have suggestions to improve this article? Mail me your suggestions and feedback.

Share your comments

हमारे न्यूज़लेटर की सदस्यता लें. कृषि से संबंधित देशभर की सभी लेटेस्ट ख़बरें मेल पर पढ़ने के लिए हमारे न्यूज़लेटर की सदस्यता लें.

Subscribe Newsletters

Latest feeds

More News