Nilgai Se Bachne Ke Upay: फसलों की दुश्मन नीलगायों का आतंक प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है. नीलगाय अब पहाड़ी क्षेत्रों के साथ-साथ मैदानी इलाकों में भी लहलहाती फसलों को बर्बाद कर रही है. इन दिनों खेत में नीलगायों का आतंक इतना ज्यादा बढ़ गया है कि, रात हो या दिन इससे इन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता. दरअसल, ये फसलों को चरने के अलावा बची हुई फसल को रौंदकर तहस-नहस कर देती है. सिर्फ नीलगाय ही नहीं बल्कि सुअर जैसे कई जंगली जानवर भी फसलों को नुकसान पहुंचा रहे हैं. किसानों की इसी परेशानी को ध्यान में रखते हुए क्लियर जोन कंपनी ने जोन रिप्लांटो नाम का एक बेहतरीन प्रोडक्ट तैयार किया है.
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि यह प्रोडक्ट खेत में नीलगाय और जंगली जानवरों को दूर रखने में मदद करता है. ऐसे में आइए कंपनी के इस खास प्रोडक्ट के बारे में विस्तार से जानते हैं. ताकि किसान सरलता से इसे अपने खेत में इस्तेमाल कर सकें.
इस प्रोडक्ट के इस्तेमाल से खेत में नहीं आएंगी नीलगाय और सुअर
किसानों की इस परेशानी को देखते हुए क्लियर जोन ने क्लियर जोन रिप्लांटो वन जीरो नाइन टू नाम के एक ऐसे प्रोडक्ट को बनाए है. जिसका एक बार इस्तेमाल करने से नीलगाय और सुअर जैसे जंगली जानवर 15-30 दिन तक खेतों के आस-पास तक नहीं आते.
एग्रीकल्चर एग्जिबिशन में आए क्लियर जोन में 8-9 साल तक काम करने वाले कौशल पटेल ने कृषि जागरण से बात करते हुए बताया की वे पिछले 4 सालों से इस समस्या पर रिसर्च कर क्लियर जोन रिप्लांटो वन जीरो नाइन टू जैसे एक ऐसे प्रोडक्ट को बनाए है. जिसको एक बार खेत में छिड़कने से 15-30 दिन तक नीलगाय और सुअर जैसे जंगली जानवर खेत में पांव तक नहीं रखते. और सबसे अच्छी इस प्रोडक्ट की ये बात है कि इस प्रोडक्ट में कोई भी केमिकल या जहर का इस्तेमाल नहीं किया गया है. नेचुरल प्रोडक्ट को प्रोसेस कर यूएस और जर्मनी के टेक्नोलॉजी का यूज कर इंडियन कल्चर के लिए बनाया गया है.
इस प्रोडक्ट को मिट्टी पर डालने से सुअर खेत में नहीं आते वहीं फसलों पर इस प्रोडक्ट का छिड़काव करने से नीलगाय खेत के पास नहीं आते है. क्योंकि ये प्रोडक्ट साइकोलॉजी पर काम करता है. इसके अलावा कृषि जागरण से बातचीत करने के दौरान कौशल पटेल ने बताया की इस प्रोडक्ट का दाम प्रति बीघा 150 रुपए है. जिस वजह से इसका इस्तेमाल करने से किसानों के जेब पर भारी खर्च नहीं पड़ेगा. नीलगाय और सुअर के अलावा क्लियर जोन अभी बंदरों को भगाने वाले प्रोडक्ट पर रिसर्च कर रही है.
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