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Monsoon Poultry: मानसून में मुर्गियों का रखें खास ध्यान, पोल्ट्री फार्म संचालक जरूर करें ये काम

मानसून में मुर्गी पालन व्यवसाय (poultry farming in monsoon) से जुड़े लोगों को इस समय सावधानी बरतने की बहुत जरूरत है. मानसून की बारिश में अगर मुर्गियां भीग जाती हैं या उन्हें ठंड लग जाए तो कई तरह के संक्रमण और बिमारियां होने का खतरा बढ़ जाता है. ऐसे में उनके खान-पान और साफ़-सफाई पर इन दिनों अधिक ध्यान देने की जरूरत है. इसके साथ ही और क्या-क्या करना चाहिए, आज हम आपको इसी संबंध में कुछ जानकारी देने जा रहे हैं जिससे मुर्गियों को सुरक्षित रख सकते हैं.

सुधा पाल
सुधा पाल
murgi
Poultry Farming

मानसून में मुर्गी पालन व्यवसाय (poultry farming in  monsoon) से जुड़े लोगों को इस समय सावधानी बरतने की बहुत जरूरत है. मानसून की बारिश में अगर मुर्गियां भीग जाती हैं या उन्हें ठंड लग जाए तो कई तरह के संक्रमण और बिमारियां होने का खतरा बढ़ जाता है. ऐसे में उनके खान-पान और साफ़-सफाई पर इन दिनों अधिक ध्यान देने की जरूरत है. इसके साथ ही और क्या-क्या करना चाहिए, आज हम आपको इसी संबंध में कुछ जानकारी देने जा रहे हैं जिससे मुर्गियों को सुरक्षित रख सकते हैं.

हीटर का करें इस्तेमाल (Use heater)

मुर्गी पालन में कुक्कुट पालन (मुर्गी पालन) के लिए हीटर बहुत जरूरी है. इस मौसम में मुर्गियों को गर्म रखने के लिए इसका होना फायदेमंद है. विशेष रूप से चूजों को इसकी गर्माहट काफी पसंद है क्योंकि वे उस अवस्था में होते हैं जब अपने शरीर के तापमान को नियंत्रित करने में सक्षम नहीं होते हैं. इसके अलावा, हीटर अंडे के उत्पादन में भी सहायक होता है. 

मुर्गियों के खाने में तेल/वसा का करें इस्तेमाल (Use oil / fat in chickens' food)

ठंड के मौसम में मुर्गियों को अधिक भूख लगती है, इसलिए वे मानसून में अधिक भोजन करती हैं. ऐसे में मुर्गी पालक मुर्गियों के भोजन की लागत को कम करने के लिए उनके खाने में तेल या वसा मिला सकते हैं. तेल और वसा उच्च ऊर्जा का उत्पादन करेंगे और पालक भी अतिरिक्त लागत से बचेंगे.

डी-वॉर्मर्स का करें इस्तेमाल (Use de-wormers)

सर्दियों में हम हीटर की मदद से आसानी से मुर्गियों के पानी को जमने से बचा लेते हैं. वहीं बारिश में भी इनके पीने के पानी का ख़ास ध्यान रखना होगा. बारिश के पानी से कई कीड़े और परजीवी घर कर सकते हैं. ऐसे में पानी से होने वाले संक्रमण से मुर्गियों को बचाने के साथ उनके अच्छे स्वास्थ्य के लिए डी-वॉर्मर्स  बहुत जरूरी है. आप उन्हें 2 या 3 महीने में एक बार पिपेरज़िन जैसे प्रभावी डी-वॉर्मर्स दे सकते हैं.

रहने के स्थान को रखें सूखा (Keep the place of residence dry)

चूंकि बरसात का मौसम आर्द्रता के स्तर को बढ़ाएगा, इसलिए लकड़ी के छीलन जो आप बिस्तर के रूप में उपयोग करते हैं, आसानी से नम हो सकते हैं. ऐसे में मुर्गियों और चूजों को नमी से बचाने के लिए जगह को सूखा रखें रखने का इंतज़ाम करें. जितना आप उन्हें सूखा रखते हैं, मुर्गियां अधिक स्वस्थ होंगी.

मुर्गियों का टीकाकरण करवाऐं (Get chickens vaccinated)

बारिश का मौसम मुर्गियों की प्रतिरक्षा प्रणाली को कमजोर बना सकता है. वे बैक्टीरिया और वायरस से आसानी से संक्रमित हो सकते हैं. इस मौसम के दौरान मच्छरों और अन्य रक्त-चूसने वाले कीड़ों के साथ बिमारियों से बचाए रखने के लिए उनका टीकाकरण जरूर करवा लें.

English Summary: how poultry farmers should take care of chickens in monsoon 2020 Published on: 23 June 2020, 07:07 IST

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