जानवरों में घोड़े के बाद सबसे अधिक वफादार कुत्ते को माना जाता है. कहा जाता है कि कुत्तों में खतरों को भांपने की शक्ति होती है, अपने मालिक पर आने वाले हर तरह के संकट को वो पहले ही पहचान लेते हैं. यही कारण है कि प्राचीन काल से कुत्ते इंसान के दोस्त रहे हैं.
किसानों के दोस्त
वैसे कुत्तो को हर कोई शौक के लिए पालना पसंद करता है, लेकिन एक किसान के लिए इनका महत्व शौक से कुछ अधिक है. किसानों को अक्सर अपनी फसलों को जंगली जानवरों से बचाना होता है. घर, खेत और खलिहान की सुरक्षा करना हर समय संभव नहीं है, ऐसे में एक कुत्ता बेहतर रखवाली का काम कर सकता है. चलिए आज हम आपको कुत्ते की एक खास नस्ल के बारे में बताते हैं, जो किसानों का अच्छा दोस्त साबित हो सकता है.
रखवाली में नंबर एक है गोल्डन रिट्रीवर
गोल्डन रिट्रीवर को रखवाली के लिए जाना जाता है. ये हर समय सतर्क एवं चौकन्ना रहता है. हर तरह के खराब रास्तों एवं ट्रैकिंग जैसी गतिविधियों में ये अपना बेस्ट परफॉरमेंस दे सकता है.
विशेषता
इन नस्ल को इसकी सुंदरता, वफादारी, स्मरण शक्ति और बुद्धिमानी के लिए जाना जाता है. दैनिक व्यायाम या सैर करना इसे पसंद है. इनका कद 2 फीट तक हो सकता है एवं इनका भार 35 किलो तक हो सकता है.
ऐसे करें पिल्ले का चयन
अगर आप इस कुत्ते को खरीदना चाहते हैं, तो कुछ बातों का विशेष ध्यान रखें. विशेषकर पिल्ले को खरीदते समय उनकी सेहत, खाल, लिंग और आकार पर गौर करें. 12 सप्ताह तक का पिल्ला खरीदना सही है. खरीदते समय पिल्ले की आंखो, मसूड़ों, पूंछ और मुंह की जांच करना भी जरूरी है.
देखभाल
इसे खुले में घुमना पसंद है, लेकिन फिर भी अधिक बारिश, सर्दी और गर्मियों के मौसम में इनका ध्यान रखें. इनके बालों की देखभाल करना जरूरी है. सप्ताह में दो बार बालों की सफाई करें एवं उन्हें कंघी करें.
(आपको हमारी खबर कैसी लगी? इस बारे में अपनी राय कमेंट बॉक्स में जरूर दें. इसी तरह अगर आप पशुपालन, किसानी, सरकारी योजनाओं आदि के बारे में जानकारी चाहते हैं, तो वो भी बताएं. आपके हर संभव सवाल का जवाब कृषि जागरण देने की कोशिश करेगा)
Share your comments