Dangi Cow: भारत में दूध का व्यापार काफी लंबे समय से हो रहा है. लेकिन, पिछले कुछ सालों में डेयरी व्यवसाय काफी तेसी से बढ़ा है. मौजूदा वक्त में किसानों और दूध पालकों के लिए डेयरी व्यवसाय एक फायदे का सौदा साबित हो रहा है. दूध की बढ़ती मांग ने डेयरी बिजनेस में चार चांद लग गया दिए हैं और किसान भी अब डेयरी व्यवसाय में दिलचस्पी दिखा रहे हैं. डेयरी व्यवसाय में सबसे अहम बात है एक अच्छी नस्ल की गाया या भैंस का चयन करना, जिसकी दूध उत्पादन क्षमता काफी ज्यादा हो. ज्यादा दूध देने वाली गाया या भैंस की डिमांड में काफी रहती है. एक अच्छी नस्ल की गाय या भैंस आपको करोड़पति तक बना सकती है.
सोशल मीडिया पर हो रही इस गाय की चर्चा
दरअसल, हम ये बात इसलिए कर रहे हैं क्योंकि सोशल मीडिया पर इन दिनों गुजरात की एक गाय काफी चर्चा में है. जिसकी वजह है उसकी दूध उत्पादन क्षमता. इसके बारे कहा जाता है कि ये गाय बछड़े को जन्म देने के बाद आठ सौ लीटर और इससे ज्यादा दूध दे सकती है. कई किसान गया की इस नस्ल का पालन करके मोटा मुनाफा कमा रहे हैं. यदि आप भी दो चार दो चार ऐसी गाय पाल लें, तो इनका दूध आपको करोड़पति बना सकता है. जी हां, हम बात कर रहे हैं गाय की डांगी नस्ल की, जो एक देसी नस्ल की गाय है. इसे गुजराती गाय भी कहा जाता है. आइए आपको विस्तार से गाय की नस्ल के बारे बताते हैं.
डांगी गाय अधिकांशतः गुजरात, महाराष्ट्र, अहमदाबाद और रोहतक में किसानों के पास पाई जाती है. इसे हर क्षेत्र में अलग-अलग नाम से जाना जाता है. यह गाय काफी शांत स्वभाव की मानी जाती है और काफी ताकतवर भी होती है, जो इसे अन्य नस्लों से अलग बनाती है. यह नस्ल भारी वर्षा वाले क्षेत्रों, चावल के खेतों और पहाड़ी इलाकों में अपने उत्कृष्ट काम करने के गुणों के लिए जानी जाती है. ऐसे में अगर आप भी गाय की इस नस्ल को कमाई का एक साधन बनाना चाहते हैं तो सबसे पहले इसकी पहचान और खासियतें जान लें.
डांगी गाय की पहचान और विशेषताएं (Characteristics of Bunny Buffalo)
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डांगी नस्ल की गायों की ऊंचाई औसतन 113 सेमी, जबकि बैलों की ऊंचाई 117 सेमी होती है.
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एक मादा डांगी का वजन 220 से 250 किलोग्राम, जबकि नर डांगी (बैल) का वजन 300-350 किलोग्राम तक होता है.
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डांगी गाय के कोट का रंग सफेद होता है. शरीर पर लाल या काले धब्बे असमान रूप से होते हैं.
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इसके सींग छोटे (12-15 सेमी) और नुकीले सिरे वाले मोटे होते हैं.
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माथा थोड़ा बाहर निकला हुआ होता है.
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बैलों में गर्दन आमतौर पर छोटी और मोटी होती है और कूबड़ बहुत उभरा हुआ होता है.
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चमकदार बालों के साथ त्वचा ढीली, मुलायम और लचीली होती है.
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थन मध्यम आकार के और काले होते हैं.
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कान छोटे, काफी चौड़े और अंदर से काले होते हैं. कान के किनारे पर लंबे काले बाल हैं.
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डांगी नस्ल की गाय एक ब्यान्त में 800 या उससे ज्यादा लीटर तक दूध देने की क्षमता रखती है.
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