मध्य प्रदेश के पशु पालन, मछुआ कल्याण तथा मत्स्य विकास विभाग के मंत्री एवं जिले के प्रभारी मंत्री लाखन सिंह यादव ने कहा है कि प्रदेश सरकार द्वारा गायों के संरक्षण की दिशा में प्रथम चरण के अंतर्गत प्रत्येक विकासखण्ड में 10-10 गौशाला खोलने का निर्णय लिया है. जिसके अंतर्गत श्योपुर जिले के आदिवासी विकासखण्ड कराहल के ग्राम कलमी में प्रथम चरण में 29 लाख 62 हजार रूपए की लागत से गौशाला का निर्माण कराया जाएगा. जिसमें गिर मारवाड़ी गायों को रखने की व्यवस्था की जाएगी. वे आज कराहल विकासखण्ड की कलमी-ककरदा ग्राम पंचायत के ग्राम कलमी में गौशाला एवं जल सम्मेलन का आयोजन किया गया. इस सम्मलेन में गिर गाय के लिए गौशाला का निर्माण कराया जा रहा है.
इस कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए प्रभारी मंत्री लाखन सिंह यादव ने कहा कि गिर गाय का दूध काफी पौष्टिक होता है. कराहल विकासखण्ड के गौरस, पिपरानी, कलमी के अलावा विजयपुर क्षेत्र के गावों में भी मारवाड़ी गाय अधिकांश पाई जाती है. जिनका दूध पौष्टिक होता है तथा शरीर को स्वस्थ्य बनाने में काम आता है. उन्होंने कहा कि प्रदेश में 950 गौशालाओं का चिन्हांकन किया गया है. इन गौशालाओं में निराश्रित गायो को पालने की व्यवस्था की जाएगी. प्रथम चरण के अंतर्गत एक हजार गौशालाएं प्रदेश में शुरू की जा रही हैं.
श्योपुर जिले के तीन विकासखण्ड श्योपुर, कराहल एवं विजयपुर के क्षेत्र में 10-10 के मान से कुल 30 गौशालाएं खुल रही है. जिनमें से कलमी की गौशाला के भूमि पूजन से शुरूआत की गई है. उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में करीबन 17 गावं ऐसे हैं जिनमें मारवाड़ी, गुर्जर समाज के राजस्थान से माइग्रेट होकर कई वर्षों से निवास कर रहे हैं. इन गावों को राजस्व गांव घोषित करने के लिए प्रस्ताव लाया जाएगा. उन्होंने कहा कि यहां जल सम्मेलन एवं ग्राम सभा आयोजित की गई है. जिसके माध्यम से जल को संजोने की दिशा में कार्य किया जाएगा. साथ ही ग्रामसभा के क्षेत्र की जल संरचना को प्रभावी बनाने के प्रयास किए जा रहे हैं. इस प्रकार की कार्यवाही प्रदेश की ग्राम पंचायतों में भी ग्रामीण विकास विभाग के द्वारा प्रारंभ की गई है.
श्योपुर विधायक बाबू जण्डेल ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि ग्राम कलमी में गौशाला का भूमि पूजन होने से इस क्षेत्र की गिर (मारवाड़ी) गायों को संरक्षित करने की सुविधा प्राप्त होगी. गिर गायों का दूध काफी उपयोगी होता है. उन्होंने कहा कि जंगल की जड़ी बूटियों के लिए पूर्व में 67 करोड़ का प्रोजेक्ट लाकर प्रयास शुरू किए थे. यह प्रोजेक्ट अभी लंबित है. जिसको स्वीकृत कराने के प्रयास किए जाएंगे. विजयपुर क्षेत्र के विधायक सीताराम आदिवासी ने समारोह में विचार व्यक्त करते हुए कहा कि मप्र सरकार द्वारा गायों की संरक्षण की दिशा में गौशालाओं का भूमि पूजन कराने की अच्छी शुरूआत की है. उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में मारवाड़ी, गुर्जर जाति के करीबन 17 गावों की आबादी को राजस्व आबादी घोषित किया जाए. उन्होंने कहा कि जल संरक्षण की दिशा में सीप नदी के अंतर्गत छोटी-छोटी संरचनाएं बनाने की दिशा में हर पंचायत में जल सम्मेलन एवं ग्राम सभाएं आयोजित की जा रही है. यह एक सराहनीय कदम है. पूर्व विधायक एवं कांग्रेस के जिलाध्यक्ष बृजराज सिंह चौहान ने समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि मप्र सरकार द्वारा अपने वचनपत्र के क्रम में प्रथम चरण के अंतर्गत गौशालाओं के निर्माण की शुरूआत की है. जिसमें से कलमी गांव में गौशाला का भूमि पूजन किया गया है. उन्होंने कहा कि गौरस, कलमी खूंटका ग्रामों को राजस्व गावं घोषित किया जाए . उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में छोटे-छोटे चेकडेम बनें. साथ ही पंचायतों के क्षेत्र में विकास कार्य कराए जाए. जिससे ग्राम पंचायत शक्तिशाली बन सके.
इस अवसर पर श्योपुर विधायक बाबू जण्डेल, विजयपुर विधायक सीताराम आदिवासी, कलेक्टर बसंत कुर्रे, पुलिस अधीक्षक नगेन्द्र सिंह, पूर्व विधायक एवं कांग्रेस के जिलाध्यक्ष बृजराज सिंह चौहान, सीईओ जिला पंचायत राजेश शुक्ल, पार्टी पदाधिकारी रामलखन हिरनीखेड़ा, सरपंच रामदयाल आदिवासी, तहसीलदार ओपी राजपूत, सीईओ जनपद कराहल आरडी अहिरवार, त्रस्तरीय पंचायतों के पदाधिकारी, पत्रकार, विभागीय अधिकारी और क्षेत्रीय नागरिक उपस्थित थे.
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