उत्तर प्रदेश भारत में दुग्ध उत्पादन में दूसरे स्थान पर आता है. सरकार ने इस दिशा में एक नया कदम उठाते हुए नंद बाबा दुग्ध मिशन के तहत गौ संवर्धन योजना की शुरुआत की है. इस योजना के तहत सरकार देशी गायों के पालन के लिए अनुदान राशि को उपलब्ध कराएगी. इसके साथ ही अन्य नस्लों की गायों के पालन और प्रदेश में दुग्ध उत्पादन में वृद्धि के लिए भी सरकार 40 प्रतिशत या 40000 रुपये तक की सब्सिडी उपलब्ध कराएगी. सरकार इस योजना को दुग्ध उत्पादन के क्षेत्र में एक बड़ी उपलब्धि की तरह देख रही है. साथ ही किसानों की दोगुनी आय के मिशन में भी यह योजना एक सहयोगी योजना के रूप में साथ देगी.
एक मुश्त 3 साल का होगा बीमा
सरकार की गौ संवर्धन योजना का लाभ लेने वाले गौ पालकों की गायों का एक मुश्त 3 साल बीमा किया जायेगा. साथ ही अन्य मुद्दों पर खर्च होने वाले व्ययों पर भी सरकार अनुदान का प्रबंध करेगी. इस योजना में सरकार अन्य प्रदेशों की नस्ल वाली गायों को खरीदने या उनको दूसरे प्रदेश से लाने के लिए भी सरकार खर्चे का वहन करेगी.
जानें कैसे ले सकते हैं योजना का लाभ
प्रदेश में अगर कोई इस योजना का लाभ लेना चाहता है तो उसको जिले के मुख्य विकास अधिकारी से अनुमति पत्र की आवश्यकता होगी. इस अनुमति पात्र को लेने के बाद आप इस योजना का लाभ ले सकते हैं. आपको जानकारी के लिए बता दें कि सरकार कि इस योजना में महिलाओं को विशेष छूट का भी प्रावधान है. गाय पालने वाले व्यक्ति को इस योजना के तहत दूसरे प्रदेश से गाय लेने पर भी ट्रांजिट बीमा कराना अनिवार्य होगा. इस बीमा के बाद ही आपको इस योजना का पूरा लाभ मिल सकता है.
2 स्वदेशी गाय पर 80 हजार तक का मिलेगा अनुदान
सरकार ने इस योजना के तहत पूरा खाका तैयार कर लिया है. इस योजना के तहत सरकार गायों के लिए लगाये जाने वाले टीन शेड, चारे की मशीन या अन्य खर्चों के साथ सरकार ने दो गायों पर कुल 2 लाख के खर्च का अनुमान लगाया है. जिसके तहत सरकार उन खर्चों पर कुल 40 प्रतिशत या 80 हजार की सब्सिडी प्रदान करेगी.
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सरकार की तरफ से अभी यह आदेश केवल देशी नस्ल की गायों के लिए ही पारित किया गया है. इन देशी नस्ल की गायों में प्रदेश या अन्य प्रदेश में पाई जाने वाली देशी नस्ल की गाय हो सकती हैं.
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