Farmer Registry 2024: भारत सरकार के द्वारा किसानों की मदद के लिए कई तरह की स्कीम चलाई जाती हैं, जिसकी तहत किसान अपनी आर्थिक स्थिति में सुधार कर सकें. लेकिन अब से किसानों को सरकार की किसी भी सरकारी सुविधा का लाभ उठाने के लिए फार्मर रजिस्ट्री करवाना जरूरी होगा. अब आप यह सोच रहे होंगे कि फार्मर रजिस्ट्री क्या है और यह कैसे काम करता है इसके लिए किसान को क्या-क्या करना होगा. तो घबराए नहीं आज हम अपने इस लेख में आपको फार्मर रजिस्ट्री 2024/Farmer Registry 2024 से जुड़ी सभी जानकारी के बारे में विस्तार से बताएंगे. ताकि आप सरलता से इसका लाभ उठा सके.
बता दें कि फार्मर रजिस्ट्री/ Farmer Registry करने के बाद आपको एक कार्ड मिलेगा, जिसकी मदद से आप सरकारी सुविधा का लाभ उठा पाएंगे. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, 1 जुलाई से फार्मर रजिस्ट्री की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है और 7 जुलाई से इस योजना की औपचारिक रूप से लॉन्च कर दी जाएगी. यहां जानें फार्मर रजिस्ट्री से जुड़ी सभी जानकारी...
फार्मर रजिस्ट्री क्या है?/ What is Farmer Registry?
फार्मर रजिस्ट्री/Farmer Registry में किसान से जुड़ी सभी जानकारी सरकार के पास उपलब्ध होती है. इसमें किसानों के भूलेख डाटाबेस को एक साथ करके बकेट तैयार किया जाता है. ताकि किसानों की सभी जानकारी ऑनलाइन प्राप्त हो सके. फार्मर रजिस्ट्री करने के बाद किसान की एक यूनिक आईडी बनती है और साथ ही एक गोल्डन कार्ड भी बनाया जाता है. इस कार्ड में किसान की सभी जानकारी होती है.
फार्मर रजिस्ट्री के बाद मिलेगी ये सभी सुविधा
किसान की फार्मर रजिस्ट्री होने के बाद वह सरलता से फसली ऋण, फसली बीमा, आपदा राहत, परामर्श आदि सुविधाओं का लाभ उठा पाएंगे. ये ही नहीं बल्कि दिसंबर में जारी होने वाले पीएम किसान सम्मान निधि योजना की 19वीं किस्त का लाभ/ Benefits of 19th installment of PM Kisan Samman Nidhi Yojana भी उन्हीं किसानों को मिलेगा, जिन्होंने फार्मर रजिस्ट्री प्रक्रिया/Farmer Registry Process को पूरा किया होगा.
फार्मर रजिस्ट्री के लिए कमेटी का हुआ गठन
दैनिक जागरण की खबर के मुताबिक, सरकार ने फार्मर रजिस्ट्री के लिए एक जिला कमेटी का गठन किया, जिसमें डीएम कि अध्यक्षता में 11 सदस्यीय शामिल हुए. इसके अलावा इसके लिए सीडीओ उपाध्यक्ष व उपनिदेशक कृषि सचिव के साथ तहसील स्तर पर कमेटी बनाई गई. फार्मर रजिस्ट्री के लिए जिला स्तर पर जिला सूचना विज्ञान अधिकारी, जिला कृषि अधिकारी व सभी तहसीलदारों को मास्टर ट्रेनर के रूप में प्रशिक्षण भी दिया गया. ताकि किसानों को फार्मर रजिस्ट्री के दौरान किसी भी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े और सरकारी सुविधा का लाभ उठाने के लिए किसान को बार-बार कागजात सत्यापन के लिए नहीं दौड़ना पड़ेगा.
हर दिन 18-19 हजार किसानों का फार्मर रजिस्ट्री का लक्ष्य
फार्मर रजिस्ट्री के लिए सरकार ने हर दिन करीब 18-19 हजार किसानों का रजिस्ट्रार का लक्ष्य रखा गया है. इस कार्य को पूरा करने के लिए गांव-गांव में शिविर लगाए जाएंगे, ताकि किसानों का फार्मर रजिस्ट्री पंजीयन हो सके और किसान भी सरलता से अपने ही गांव में पंजीयन करवा सके.
फार्मर रजिस्ट्री के लिए कागजात
फार्मर रजिस्ट्री के लिए पंजीयन/Registration for Farmer Registry करने के लिए उनका आधार नंबर खतौनी मोबाइल नंबर आधार से लिंक होना जरूरी है. इसके बाद ही किसान को एक यूनिक नंबर जारी किया जाएगा. फिर जब किसान की पंजीयन प्रक्रिया पूरी हो जाएगी. किसान को एक गोल्डन कार्ड प्राप्त होगा. जिसकी मदद से किसान को सरकारी सुविधा का लाभ मिलेगा.
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