सोमानी क्रॉस X-35 मूली की खेती से विक्की कुमार को मिली नई पहचान, कम समय और लागत में कर रहें है मोटी कमाई! MFOI 2024: ग्लोबल स्टार फार्मर स्पीकर के रूप में शामिल होगें सऊदी अरब के किसान यूसुफ अल मुतलक, ट्रफल्स की खेती से जुड़ा अनुभव करेंगे साझा! Kinnow Farming: किन्नू की खेती ने स्टिनू जैन को बनाया मालामाल, जानें कैसे कमा रहे हैं भारी मुनाफा! केले में उर्वरकों का प्रयोग करते समय बस इन 6 बातों का रखें ध्यान, मिलेगी ज्यादा उपज! भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Mahindra Bolero: कृषि, पोल्ट्री और डेयरी के लिए बेहतरीन पिकअप, जानें फीचर्स और कीमत! Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक घर पर प्याज उगाने के लिए अपनाएं ये आसान तरीके, कुछ ही दिन में मिलेगी उपज!
Updated on: 13 August, 2021 12:00 AM IST
Beej Anudan Avedan Yojana

किसान भाईयों द्वारा खरीफ सीजन की फसलों की बुवाई का कार्य काफी तेजी से चल रहा है. कई राज्यों के किसानों ने खरीफ सीजन की फसलों की बुवाई का कार्य पूरा भी कर लिया है. इसके बाद फसलों की निराई, खाद और सिंचाई जैसी अन्य कृषि गतिविधियों में जुट गए हैं. इसी क्रम में बिहार सरकार द्वारा किसानों के लिए एक अहम योजना का लाभ दिया जा रहा है. इस योजना के जरिए किसान भाईयों को रबी सीजन की फसलों के बीजों की सहज और सुलभ उपलब्धता होगी. 

दरअसल, हम बीज अनुदान योजना (Beej Anudan Avedan Yojana) की बात कर रहे हैं, तो आइए आपको बिहार सरकार की इस खास योजना की पूरी जानकारी देते हैं.

क्या है बीज अनुदान योजना? (What is Beej Anudan Avedan Yojana?)

जैसा कि हम जानते हैं कि खरीफ फसलों की बुवाई के बाद सितंबर के अंतिम सप्ताह व अक्टूबर के पहले सप्ताह से रबी फसलों की बुवाई शुरू हो जाती है. ऐसे में किसान भाईयों के लिए जरूरी होता है कि वह सम रहते रबी फसलों की उन्नत किस्मों का प्रबंध कर लें. इसके लिए बिहार सरकार द्वारा रबी फसलों के बीज उपलब्ध कराए जा रहे हैं.

बीज अनुदान योजना के तहत होम डिलीवरी की व्यवस्था  (Arrangement of home delivery under Seed Grant Scheme)

खास बात यह है कि इस योजना के तहत किसानों के घर तक बीज पहुंचाने की व्यवस्था है. अगर किसान भाई ऑनलाइन आवेदन में होम डिलीवरी के विकल्प का चुनाव करते हैं, तो उन्हें घर तक सशुल्क बीज पहुंचाया जाएगा. बता दें कि किसान भाईयों को होम डिलवरी में बीज आपूर्ति होने पर गेहूं के लिए 2 रुपए प्रति किलोग्राम की दर से भुगतान देना होगा. इसके साथ ही अन्य फसलों के लिए 5 रुपए प्रति किलोग्राम की दर से भुगतान करना होगा.

रबी फसलों के बीज की कीमत और अनुदान राशि  (Rabi crops seed price and subsidy amount)

बिहार सरकार द्वारा मुख्यमंत्री तीव्र बीज विस्तार योजना और एकीकृत बीज ग्राम योजना संचालित की जा रही है. इसके तहत किसानों को मूल्य का 50 प्रतिशत अनुदान देने का  प्रावधान है.

बता दें कि किसानों को अनुदान राशि काटकर बीज उपलब्ध कराया जाता है. किसान भाईयों को रबी की विभिन्न फसलों पर मिलने वाली अनुदान राशि और बीज की कीमत की जानकारी नीचे दी गई है.

गेहूं के बीज की कीमत और अनुदान राशि  (Wheat Seed Price And Grant Amount)

  • प्रमाणित गेहूं का बीज 38 रुपए प्रति किलोग्राम

  • आधार गेहूं का बीज 40 रुपए प्रति किलोग्राम

  • 10 साल से कम अवधि वाले बीज पर 50 प्रतिशत सब्सिडी

  • 10 साल से ज्यादा अवधि वाले बीज पर 15 रुपए सब्सिडी

चना के बीज की कीमत और अनुदान राशि  (Chana seed price and grant amount)

  • प्रमाणित चने का बीज 105 रुपए प्रति किलोग्राम

  • आधार चने का बीज 110 रुपए प्रति किलोग्राम

  • 10 साल से कम अवधि वाले बीज पर 50 प्रतिशत सब्सिडी

  • 10 साल से ज्यादा अवधि वाले बीज पर 25 रुपए की सब्सिडी

मसूर के बीज की कीमत और अनुदान राशि  (Lentil seed price and grant amount)

  • प्रमाणित मसूर का बीज 115 रुपए प्रति किलोग्राम

  • आधार मसूर का बीज 120 रुपए प्रति किलोग्राम

  • 10 साल से कम अवधि वाले बीज पर 50 प्रतिशत सब्सिडी

  • 10 साल से ज्यादा अवधि वाले बीज पर 25 रुपए सब्सिडी

मटर के बीज की कीमत और अनुदान राशि  (Pea seed price and subsidy amount)

  • प्रमाणित मटर का बीज 115 रुपए प्रति किलोग्राम

  • 10 साल से कम अवधि वाले बीज पर 50 प्रतिशत सब्सिडी

  • 10 साल से ज्यादा अवधि वाले बीज पर 25 रुपए सब्सिडी

राई/सरसों के बीज पर कीमत और अनुदान राशि (Price and subsidy amount on rye/mustard seeds)

  • प्रमाणित राई/सरसों के बीज की कीमत 132 रुपए प्रति किलोग्राम

  • 10 साल से कम और 10 साल से ज्यादा अवधि वाले बीज पर 40 रुपए सब्सिडी

अलसी बीज की कीमत और अनुदान राशि (Alsi Seed Price And Grant Amount)

  • अलसी का बीज 130 रुपए प्रति किलोग्राम

  • 10 साल से और 10 वर्ष से ज्यादा अवधि वाले बीज पर 50 प्रतिशत की सब्सिडी

मक्का के बीज की कीमत और अनुदान राशि  (Maize Seed price and grant amount)

  • संकर मक्का का बीज 130 रुपए प्रति किलोग्राम

  • 10 साल से कम और 10 साल से ज्यादा अवधि वाले बीज पर 50 प्रतिशत सब्सिडी

जौ के बीज की कीमत और अनुदान राशि (Barley seed price and grant amount)

  • प्रमाणित जौ का बीज 40 रुपए प्रति किलोग्राम

  • 10 साल से कम और 10 साल से ज्यादा अवधि वाले बीज पर 50 प्रतिशत सब्सिडी

बीज अनुदान योजना के लिए आवेदन की तारीख (Application date for seed grant scheme)

साल 2021-22 की रबी फसलों पर बीज अनुदान प्राप्त करने के लिए ऑनलाइन आवेदन शुरू हो चुके हैं. इस योजना के तहत अनाज, दलहन और तिलहन के बीज दिए जाएंगे. बता दें कि  बिहार के हर जिले के किसान दलहन और तिलहन के बीज पर अनुदान प्राप्त कर सकते हैं. इसके लिए आवेदन 1 से 20 अगस्त तक कर सकते हैं. इसके अलावा गेहूं और मक्का के बीज पर अनुदान राशि पाने के लिए 21 अगस्त 2021 से 20 सितंबर 2021 तक ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं.

बीज अनुदान योजना के लिए आवेदन प्रक्रिया (Application Process for Seed Grant Scheme)

किसान भाई https://dbtagriculture.bihar.gov.in/ पर जाकर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं. ध्यान रहे कि आप सुबह 9 बजे से लेकर शाम 6 बजे तक ही ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं.

बीज अनुदान के लिए चयन प्रक्रिया राशि (Selection process amount for seed grant)

किसान द्वारा किया गया फसलवार बीज आवेदन पंचायत के संबंधित कृषि समन्वयक को स्वत: चला जाएगा. इसके बाद कृषि विभाग द्वारा योग्य आवेदक का चयन होगा. इसके साथ ही निबंधित मोबाइल नंबर पर ओटीपी बताकर अनुदान राशि घटा कर बाकी राशि का भुगतान कर बीज प्राप्त होगा.

किसान भाई किसी भी तरह की समस्या के समाधान के लिए 06122233555 या 18001801551 पर संपर्क कर सकते हैं. आप सोमवार से शुक्रवार तक 12 से 4 बजे तक संपर्क कर सकते हैं.

English Summary: bihar government is giving 50% subsidy on the seeds of rabi crops under the seed grant scheme
Published on: 13 August 2021, 01:57 IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now