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Strawberry Farming: स्ट्रॉबेरी की खेती से किसान कमा सकते हैं भारी मुनाफा, जानिए सब्सिडी और फार्मिंग तकनीक

स्ट्रॉबेरी की खेती (Strawberry Farming) की फसल कम समय में तैयार हो जाती है, और इसके बाजार में कीमत भी अधिक होती है. इसके अलावा, स्ट्रॉबेरी की मांग साल भर बनी रहती है, जिससे किसान इस फसल से लगातार लाभ कमा सकते हैं.

KJ Staff
strawberry
स्ट्रॉबेरी की खेती पर मिलेगी भारी सब्सिडी (Image Source - Freepik )

भारत में कृषि क्षेत्र लगातार विकसित हो रहा है और किसान अब केवल गेंहू और चावल जैसी पारंपरिक फसलों तक सीमित नहीं हैं. वे नई और लाभकारी फसलों की ओर रुख कर रहे हैं, ताकि कम समय में अधिक उत्पादन और बेहतर मुनाफा हासिल किया जा सके. इसी क्रम में स्ट्रॉबेरी की खेती (Strawberry Farming) उभरकर सामने आई है. यह फसल कम समय में तैयार हो जाती है, और इसके बाजार में कीमत भी अधिक होती है.

इसके अलावा, स्ट्रॉबेरी की मांग साल भर बनी रहती है, जिससे किसान इस फसल से लगातार लाभ कमा सकते हैं. स्ट्रॉबेरी को पॉलीहाउस या नेट हाउस में उगाकर सीमित जगह में भी उच्च पैदावार प्राप्त की जा सकती है, जिससे उत्पादन और मुनाफा दोगुना हो सकता है.

क्यों करें स्ट्रॉबेरी की खेती?

  • स्ट्रॉबेरी की फसल तैयार होने में लगभग 3–4 महीने का समय लेती है, इसलिए यह किसानों के लिए लाभदायक है.

  • इस फसल का मूल्य बाजार में लगभग ₹100 से ₹300 प्रति किलो तक होता है.

  • इसकी मांग बड़े शहरों से लेकर छोटे कस्बों तक बढ़ती जा रही है.

  • पॉलीहाउस या नेट हाउस में सीमित जगह से भी अधिक उत्पादन प्राप्त किया जा सकता है.

खेती की जलवायु और मिट्टी की जरूरतें

  • तापमान 15°C से 25°C के बीच होना चाहिए.

  • रेतीली दोमट मिट्टी का उपयोग करें, जिसमें जल निकासी अच्छी हो.

  • मिट्टी का pH मान 5.5 से 6.5 के बीच होना चाहिए.

  • फसल को रोजाना 6–8 घंटे की धूप मिलना जरूरी है.

पौधों की तैयारी और रोपण प्रक्रिया

  • प्रमाणित नर्सरी से स्वस्थ रनर या क्राउन पौधे लें.

  • पौधों की दूरी 30–45 सेमी और बेड के बीच 45–60 सेमी रखें.

  • सिंचाई के लिए टपक सिंचाई (Drip Irrigation) का इस्तेमाल करें.

  • खेत में 10–15 टन गोबर की खाद प्रति एकड़ मिलाएं, ताकि पौधों की वृद्धि तेज हो और फसल अच्छी उपज दे.

सरकारी सब्सिडी कितनी मिलेगी?

सरकार किसानों की आय बढ़ाने और नकदी फसलों की पैदावार बढ़ाने के लिए योजनाएं चलाती रहती है. स्ट्रॉबेरी की खेती करने वाले किसान राष्ट्रीय बागवानी मिशन (NHM) और एकीकृत बागवानी विकास मिशन (MIDH) के तहत निम्नलिखित सब्सिडी लाभ प्राप्त कर सकते हैं:

  • पौधा खरीद पर 40–50% तक सब्सिडी, ₹1,20,000 से ₹1,50,000 प्रति एकड़.

  • ड्रिप इरिगेशन सिस्टम पर 50–90% सब्सिडी, ₹35,000 से ₹63,000 प्रति एकड़.

  • पॉलीहाउस या नेट हाउस निर्माण पर लगभग 50% सब्सिडी, ₹4,00,000 से ₹7,50,000 प्रति एकड़.

  • कम्पोस्ट यूनिट लगाने पर 50% सब्सिडी, ₹15,000 से ₹25,000.

आवेदन कैसे करें?

  • अपने जिले के कृषि या बागवानी विभाग से संपर्क करें.

  • आवश्यक दस्तावेज-

  • आधार कार्ड

  • बैंक पासबुक

  • जमीन से जुड़े दस्तावेज़

  • फसल योजना की जानकारी

  • इन दस्तावेज़ों के माध्यम से किसान सरकारी सब्सिडी प्राप्त कर सकते हैं और स्ट्रॉबेरी की खेती से अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं.

English Summary: subsidy on strawberry cultivation farmers will generate substantial income and know government subsidy all information Published on: 15 November 2025, 04:33 PM IST

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