जैविक खेती की सफलता मिट्टी, फसल की किस्म और भारतीय बाजार में होने वाली मांग पर निर्भर करती है. अगर सही से जैविक खेती के माध्यम से फसलों का उत्पादन किया जाए तो इसकी बाजार में काफी अच्छी कीमत मिलती है. जैविक फसलों की मांग विदेशों में भी बहुज ज्यादा रहती है. जैविक खेती करने के लिए अच्छी जानकारी होना जरुरी है.
जैविक खेती को लाभदायक बनाने का तरीका
बाजार की मांग
खेती को फायदेमंद बनाने के लिए बाजार की समझ होना सबसे जरुरी होता है. मौसम के अनुसार होने वाली मांग को पूरा करने के लिए किसान को उसी अनुसार अपनी फसल का उत्पादन करना चाहिए. इसके अलावा कृषि वैज्ञानिकों द्वारा की जा रही विभिन्न प्रकार के अनुसंधान को भी समझना चाहिए और बाजार की मांग और रुझान को भी महत्व देना चाहिेए.
वैल्यू एडीशन
खेती के विभिन्न प्रकार की उगाई गई फसलों के अच्छे मूल्य के लिए इनका वैल्यू एडीशन करना बहुत ही जरुरी रहता है. देश की फूड इन्डस्ट्री से आप सीधा संपर्क कर अपनी उपज को एक बेहतर रुप देकर अच्छी कमाई कर सकते हैं. इससे फसल को बेचने वाले बिचौलियों से छुटकारा मिलने के साथ लाभ भी अच्छा होगा.
ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म
किसानों के बाज़ार और मंडियों की समझ के लिए अब ऑनलाइन सुविधा आसानी से मिल जाती है. इस ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म की मदद से किसान अपनी उपज को देश के किसी भी हिस्से में मनचाहे दाम पर बेच सकेगा.
फसल विविधीकरण
फसल विविधीकरण से उत्पादन तो अच्छा होता ही है. इसके अलावा यह मिट्टी की उत्पादन क्षमता को भी बढ़ाता है. फसलों में विविधता लाने से इनमें खराब होने का जोखिम कम हो जाता है और खेती में लागत की भी कमी आती है.
ये भी पढ़ें: सहजन की खेती में लगने वाले रोग और उनका प्रबंधन
सरकारी अनुदान
भारत सरकार देश के किसानों के हित के लिए खेती को लेकर अनुदान मुहैया कराती रहती है. ऐसे में किसानों को इसका उचित लाभ जरुर लेना चाहिए. इसके अलावा खेती के लिए उपयोग होने वाले संयंत्रों का इस्तेमाल कर पैदावार को बेहतर किया जा सकता है.
Share your comments