चेरी टमाटर की खेती इन दिनों किसानों के बीच काफी लोकप्रिय हो रही है. इसका प्रयोग ज्यादातर फाइव स्टार होटलों में सलाद के तौर पर किया जाता है. लेकिन अब इसमें ऐसी किस्मों का ईजाद हो रहा है जिसको आम लोगों की थाली तक भी पहुंचाया जा सकता है.
हांलाकि इसकी खेती के बारे में बात करें इसे पॉलीहाउस में उगाया जाता है. वहीं चेरी टमाटर की खेती करने वाले किसानों के लिए एक अच्छी खबर है. बिहार कृषि विश्वविद्यालय उद्यान सब्जी विभाग के वैज्ञानिक डॉ. रणधीर कुमार ने इसकी नई किस्म बीआरसीटी-1 ईजाद की है. जिसकी उत्पादन क्षमता साढ़े तीन से चार क्विंटल प्रति हेक्टेयर है. इसके किस्म की गुणवत्ता, जलवायु व उपज क्षणता को लेकर 12 राज्यों में मल्टी लोकेशन ट्रायल किया जा रहा है. इसमें दिल्ली, पंजाब, उत्तराखंड, जम्मू-कश्मीर, झारखंड, उड़ीसा और बंगलुरू आदि शामिल हैं.
क्या है खासियत
चेरी टमाटर की मीठास सामान्य टमाटर की तुलना में ज्यादा होती है. इसमें 9.4 टीएसएस है, जबकि सामान्य टमाटर में टीएसएस 3.5 तक होता है. चेरी टमाटर में बीज और रस की मात्रा काफी कम होती है. इसमें विटामिन ए व लाइकोपीन प्रचुर मात्रा में पाई जाती है. यह टमाटर लाल, गुलाबी और पीले रंग में होता है.
कब करें खेती
पॉली हाउस में इसकी खेती जुलाई में और पॉली हाउस के बाहर इसकी खेती सितंबर से होती है. इसका फल मार्च में सबसे अधिक होता है. इसकी उत्पादन क्षमता प्रति हेक्टेयर पॉली हाउस में लगभग आठ सौ क्विंटल और पॉली हाउस के बाहर लगभाग तीन सौ क्विंटल प्रति हेक्टेयर होता हैं.
स्थानीय स्तर पर बढ़ रही है मांग
वैज्ञानिकों के अनुसार किसानों को इसकी बेहतर बाज़ार उपलब्ध कराने के लिए किसान मेला के माध्यम से इसे आम लोगों तक पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है. घरों में प्रयोग के लिए इसकी मांग बढ़ते जा रही है. वहीं शादी-पार्टी के लिए भी इसका प्रयोग किया जा रहा है. किसानों की आय दोगुनी करने में यह काफी सहायक है. सामान्य टमाटर कि तुलना में इसका दाम हमेशा ज्यादा होता है. जब बाजार में टमाटर का भाव 50 रुपये के करीब होता है तो चेरी टमाटर का भाव 120 रुपये प्रति किलो होता है. वहीं जब टमाटर का भाव 10 रुपये के करीब होता है तो चैरी टमाटर का भाव 50 रुपये प्रति किलो होता है.
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