राजस्थान के भरतपुर जिले के रहने वाले रूप सिंह वैष्णव ने अपनी परंपरागत खेती को छोड़ सफेद चंदन की खेती शुरु और आज वह अपने जिले के लोगों के लिए एक मिशाल कायम कर दी है. रूप सिंह बताते हैं कि उन्होंने करीब 13 साल पहले अपने एक साथी की सलाह पर कर्नाटक से सफेद चंदन के 500 पौधे मंगवाए थे और उनको अपनी दो हेक्टेयर जमीन पर लगाकर खेती शुरू की थी.
रूप सिंह ने बताया कि सालो इंतजार के बाद सफेद चंदन के पेड़ आने वाले अगले दो वर्षों तैयार हो जाएंगे, जिससे हमारी काफी अच्छी कमाई हो जाएगी. किसान रूप सिंह की इस सफलता के बाद उनके गांव के किसान भी अपनी परंपरागत खेती छोड़ नए तरीकों पर हाथ आजमा रहे हैं.
500 सफेद चंदन का रोपण
किसान रूप सिंह वैष्णव ने कहा कि वह कई सालों से पारंपरिक खेती कर रहे थे और दोस्त की सलाह पर उन्होंने चंदन के पांच सौ पौधों में से करीब दो सौ पौधे ही लगाए और इन पौधों की देखभाल रासायनिक खाद की जगह जैविक खाद और उर्वरक का इस्तेमाल करके किया. वह समय-समय पर अपने जिले के कृषि विभाग से इसकी खेती के बारे में संपर्क करते रहते थे.
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उनके इस काम में उनका पूरा परिवार साथ दे रहा था हालांकि जब उन्होंने घर में पारंपरिक खेती को छोड़ने का विचार रखा था तो लोगों ने इस पर इंकार कर दिया था लेकिन घर वालो को मनाने के बाद उन्होंने इसकी खेती की और आज इस कदम से उनका पूरा परिवार बेहद खुश है.
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