महाराष्ट्र में सुमीन्तर इंडिया ऑर्गेनिक्स द्वारा चलाए जा रहे जैविक खेती जागरुकता अभियाण के अंतर्गत वर्तमान खरीफ फसलों में उचित प्रशिक्षण की जानकारी देने के लिए एक सत्र का आयोजन किया गया... इस अभियान में किसानों को खरपतवार एवं कीट नियंत्रण के उचित प्रयोग के बारे में जानकारी दी गई... सत्र का आयोजन महाराष्ट्र के विदर्भ क्षेत्र के बुलढ़ाणा, यवतमाल, अकोला और वाशीम में किया गया और इसके अंतर्गत क्षेत्र के लगभग 300 किसानों को प्रशिक्षण दिया गया... किसानों को जैविक खेती के गुणों से अवगत कराने के लिए, उन्हें सुमिन्तर इंडिया द्वारा विकसित किये गए जैविक प्रक्षेत्र का भ्रमण कराया गया... किसानों ने जैविक विधि से उगाई गई फसलों को देखा और उसके बारे में जानकारियां हासिल की... प्रक्षेत्र पर बोई गई फसल के बीज का उपचार जैविक फफुंदीनाशक एवं भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान पुसा द्वारा विकसीत जीवाणु खाद से किया गया है... खरपतवार नियंत्रण के लिए निराई-गुड़ाई का प्रयोग करना एवं कीट नियंत्रण हेतु विभिन्न प्रकार के ट्रैप को प्रक्षेत्र में पर्दर्शित किया गया...
प्रशिक्षण के दौरान किसानों को स्थानीय स्तर पर उपलब्ध विविध प्रकार के वनस्पती (पेड़-पौधों के पत्तों) से कीटनाशी बनाकर जैविक विधि से उगाई गई अन्य उपयोगी फसल में कीट प्रबंधन करने का प्रशिक्षण दिया गया एवं तैयार की गई कीटनाशक का वितरण किया गया... प्रशिक्षण के दौरान सुमिन्तर इंडिया ऑर्गेनिक्स के वरीष्ठ प्रबंधक शोध एवं विकास श्री संजय श्रीवास्तव ने किसानों को प्रशिक्षण दिया... वहीं प्रशिक्षण के दौरान किसानों ने जैविक विधि से फसल उगाने के संदर्भ में प्रश्न भई किया जिसका उनको संतोषजनक उत्तर दिया गया...
प्रशिक्षण के दौरान महाराष्ट्र के प्रबंधक श्री राजीव पाटील एवं स्थानीय कर्मचारी उपस्थित रहे...
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