भारत सर्टिस एग्रीसाइंस लिमिटेड ने हिसार के ज़िला भिवानी अंतर्गत तहसील सिवानी के खेड़ा और रूपाना गांवों में दो किसान प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए। इस कार्यक्रम में आसपास के गांवों के 370 से अधिक किसानों ने भाग लिया।
कार्यक्रम के दौरान कृषि विशेषज्ञ डॉ. प्रदीप चहल (कृषि वैज्ञानिक- एक्सटेंशन), हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय एवं डॉ. रघुबीर सिंह (ब्लॉक कृषि अधिकारी) ने किसानों को गेहूं की फसल की खेती के लिए आधुनिक तकनीकों का प्रशिक्षण दिया. कार्यक्रम में टिकाऊ कृषि और मृदा स्वास्थ्य प्रबंधन पर ज़ोर दिया गया.
जापान की मित्सुई एंड कं. लिमिटेड की ग्रुप कम्पनी भारत सर्टिस एग्रीसाइंस लिमिटेड ने सिवानी तहसील में 5 गांवों को गोद लिया है और सतत कृषि, मृदा स्वास्थ्य, सार्वजनिक सुरक्षा और सामुदायिक स्वास्थ्य और बच्चों की शिक्षा के क्षेत्र में कई गतिविधियां शुरू की हैं.
कंपनी गांवों में मुफ़्त मिट्टी परीक्षण की सुविधा प्रदान करती है और किसानों को आधुनिक कृषि के लिए प्रशिक्षित करती है, प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन इसी पहल का एक हिस्सा है.प्रशिक्षण के अलावा, कंपनी किसानों के खेतों में कृषि तकनीकों के प्रदर्शन के लिए व्यावहारिक बीज देती है। इस दौरान खरीफ फ़सल के लाभार्थी किसानों ने भी अपने अनुभव साझा किए और अपने साथी किसानों को इन पद्धतियों को अपनाने की सलाह दी. इस दौरान गोद लिए गए सभी गांवों के सरपंच भी शामिल हुए. उन्होंने किसानों को गेहूं की फसल की उत्पादकता को अधिकतम करने के लिए विशेषज्ञों द्वारा दी गई सलाह का पालन करने की सलाह दी.
इन दोनों कार्यक्रमों को श्री स्वप्निल सिंह, सहायक विपणन प्रबंधक और श्री अनुज कुमार, टेरिटरी इंचार्ज, हिसार, भारत सर्टिस एग्रीसाइंस लिमिटेड ने संबोधित किया.
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